रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। जिले में गुरुवार शुक्रवार दरमियानी रात से जोरदार झमाझम बारिश का दौर जारी है। जिससे कई जगहों पर नदी नाले उफान पर आ गए हैं। नर्मदा नदी के निचले हिस्सों में बाढ़ का अलर्ट प्रशासन द्वारा जारी कर दिया गया है। जिला प्रशासन भी लगातार हो रही बारिश को लेकर अलर्ट मोड पर है। नर्मदा नदी के किनारे स्थित रहवास क्षेत्र सहित ग्रामीण अंचलों सहित शहर के डूब प्रभावित वार्डों में मुनादी कराई जा रही है। जानकारी के अनुसार पिपरिया सोहागपुर में रात भर में 6-6 इंच की और नर्मदापुरम में पौने चार इंच बारिश दर्ज की गई। सीजन की पहली बारिश में तवा डैम के 13 में से 9 गेट दोपहर 12 तक सात सात फीट खोल दिए गए। इसी के साथ बैतूल, सारणी और पचमढ़ी समेत कैचमेंट एरिया में भारी बारिश के चलते तवा डैम में पानी की तेजी से आवक हो रही है। तवा परियोजना कार्यपालन यंत्री संभाग इटारसी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर 12 बजे से तवा बांध के 9 गेट 5 फिट खोलकर 72747 क्यूसेक्स पानी छोड़ा जा गया। वर्तमान में तवा बांध का जलस्तर 1160.60 फिट है।बांध के संग्रहण क्षेत्र मे वर्षा की स्थिति देखते हुए तवा बांध के 9 गेटो को 7 फिट खोलकर 100224 क्यूसेक पानी की निकासी शाम साढ़े सात बजे से की जाएगी। जिले में निरंतर हो रही बारिश को देखते हुए कार्यपालन यंत्री द्वारा सर्व साधारण से आग्रह किया गया है कि तवा एवम नर्मदा तट से दूरी बनाये रखने का अनुरोध किया है। जिला मुख्यालय नर्मदापुरम में बाढ़ की स्थिति को लेकर नगरपालिका प्रशासन अलर्ट मोड पर है।नगर में 8 बाढ़ राहत शिविर तैयार किए गए हैं।ऊपरी क्षेत्रों में बने बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे नर्मदा नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। निचले क्षेत्रों में मुनादी कराई जा रही है। बारिश की स्थिति को देखते हुए कलेक्टर के निर्देश पर नगरपालिका प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। शिविर में बिजली और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की गई है।
मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्रीमती हेमेश्वरी पटले ने बताया कि नगर में 8 बाढ़ राहत शिविर बनाए गए हैं। जिसमें पीएम श्री नर्मदा महाविद्यालय, शासकीय एसएनजी स्कूल, ग्वालटोली क्षेत्र के लिए साधु वासवाणी स्कूल, साहू धर्मशाला बसंत टाकीज, एसपीएम में श्रमिक कल्याण केंद्र, नालंदा स्कूल ग्वालटोली, ज्ञानोदय स्कूल बीटीआई, विंध्यवासनी स्कूल मालाखेड़ी में बनाए गए हैं। नर्मदा में बढ़ते जल स्तर का लगातार मुनादी के माध्यम से नगर के नागरिकों को सचेत किया जा रहा है।