रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। नर्मदा नदी तट किनारे बसे हुए प्राचीन नगर नर्मदापुरम(होशंगाबाद )बारिश के मौसम में बाढ़ प्रभावित सेंसिटिव क्षेत्र निर्मित हो जाता है। निचले क्षेत्रों में बैक वॉटर सहित जल भराव के हालात निर्मित हो जाता है। जून माह में कलेक्टर सोनिया मीना द्वारा नगर एवं नगर के समीप बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर नर्मदा नदी के बैकवॉटर के कारण उत्पन्न होने वाली जल भराव की स्थिति को देखा था और फिर उनके द्वारा सभी अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए थे। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर द्वारा मुख्य नगर पालिका अधिकारी नर्दापुरम हेमेश्वरी पटले को निर्देशित किया गया था कि शहर के मुख्य नालों पर अवैध रूप से किए गए निर्माण और अतिक्रमण पर प्रभावी कार्यवाही करते हुए अतिक्रमण हटवाए एवं नालों की नियमित रूप से साफ सफाई कराए। परंतु कलेक्टर के दिशा निर्देशों का गंभीरता से पालन नहीं किए जाने पर पहली ही बारिश में शहर में जल भराव के हालात निर्मित हो गए। गत दिवस कुछ घंटे की बारिश में शहर के न्यू जयस्तंभ चौक, हलवाई चौक, रविशंकर मार्केट,दशहरा मैदान में जल भराव के हालात निर्मित हुए। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट असमन राम चिरामन ने नगर पालिका सीएमओ के साथ इन क्षेत्रों का दौरा कर यहां पर नालों पर हुए अतिक्रमणों को हटाने सहित नालों की साफ सफाई के निर्देश दिए। जिसके चलते गुरुवार को मुख्य नगरपालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले द्वारा बाजार क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। अतिक्रमण चिह्नित किए गए हैं। सीएमओ श्रीमती पटले ने बताया कि बाजार में कई स्थानों पर नाले नालियां चौक पाई गई है। जिससे जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई थी। अब नगरपालिका टीम द्वारा नाले नालियों को अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान चलाया जाएगा। सीएमओ श्रीमती पटले ने आम नागरिकों से आग्रह किया है कि वे नाले नालियों पर किए अतिक्रमण अपने आप ही हटा लें।