गंज बासौदा से जिला ब्यूरो मुकेश चतुर्वेदी
*गंजबासौदा।* 12 दिन बाद महाप्रभु जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र जी के साथ गुरुवार को बरसते पानी में गाजे बाजे के साथ भक्तों के संग अपने धाम बेतवा घाट स्थित नौलखी आश्रम के लिए रवाना हुए। रवाना होने से पहले मंदिर में स्टेशन रोड स्थित नौलखा मंदिर में विराजमान महाप्रभु ने दोपहर को मोहन भोग के साथ गिलकी की सब्जी,बूंदी, सेव, रायता और पूड़ी की प्रसादी भक्तों के साथ ग्रहण की। मंदिर में 12 दिन से चल रहे रथ यात्रा महोत्सव के उत्सव का समापन गुरुवार को भगवान की विदा होते ही पूरा हो गया। रथ यात्रा उत्सव के चलते नौलखी मंदिर में प्रतिदिन भगवान जगन्नाथ की कथा के साथ-साथ नगर के अलावा अन्य जिलों की मंडलियों ने भी भगवान को भजन के साथ राग सेवा समर्पित की।
मालूम हो कि नगर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन सिद्ध संत बाबा बैकुंठवासी जगन्नाथ दास जी महाराज के द्वारा शुरू की गई थी। करीब 100 साल से यह परंपरा निरतंर जारी है। बेतवा घाट स्थित नौलखी आश्रम पर विराजमान महाप्रभु जगन्नाथ हर वर्ष रथ यात्रा के समय नगर का भ्रमण करते हुए स्टेशन रोड स्थित नौलखी मंदिर पर अपनी मौसी के यहां भक्तों को दर्शन देने के लिए 12 दिन तक विराजमान रहते हैं। रथ यात्रा के दिन से ही मंदिर में प्रतिदिन उत्सव का आयोजन चल रहा है। भक्तों द्वारा जहां महाप्रभु को भोग लगाया जा रहा था तो वही भजन संगीत के माध्यम से उनको राग सेवा अर्पित की जा रही थी। जो लकी खालसा के श्रीमहंत राम मनोहर दास जी महाराज द्वारा प्रतिदिन भगवान जगन्नाथ की कथा का श्रवण भक्तों को कराया जा रहा था।
*सालों से मिठाई की दुकान पर महाप्रभु के रथ का विश्राम, भक्तों को मिली मलाई पूड़ी*
महाप्रभु का रथ मंदिर से रवाना होने के बाद नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए बेतवा घाट स्थित आश्रम पहुंचा। जहां रास्ते में जगह जगह श्रद्धालुओं ने महाप्रभु की आरती उतारी। रथ नगर के प्रमुख चौराहा से होते हुए हनुमान चौक पहुंचा जहां बरसों से चली आ रही परंपरा का निर्वांह करते हुए कुछ समय के लिए रथ का विश्राम मिठाई विक्रेता मनोज अग्रवाल के प्रतिष्ठान पर हुआ।यहां महाप्रभु को मलाई पूड़ी का भोग अर्पित किया गया। उसके बाद रथ के साथ चल रहे भक्तों के बीच मलाई पुरी की प्रसादी बांटी गई। श्री अग्रवाल ने बताया कि उनके स्वर्गीय पिताजी के समय से रथ आते और जाने के दौरान कुछ समय के लिए उनके यहां विश्राम लेता है।