रिपोर्टर : हेमन्त सिंह
कटनी: नवीन व्यावसायिक शिक्षा-प्रशिक्षक महासंघ (जिला – कटनी)व्यावसायिक प्रशिक्षकों की सेवाओं में अनियमितता एवं मूलभूत समस्याओं के सम्बंध में जिला कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी को 8 सूत्रीय माँगो को लेकर सपा ज्ञापन, नवीन व्यावसायिक शिक्षा संचालित शासकीय विद्यालयों में व्यावसायिक प्रशिक्षक विगत वर्ष 2015-16 से वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोवाइडर वीटीपी) के माध्यम से नियुक्त किये गए हैं। वर्तमान में जिनकी सख्या 3386 हो गई है एच इस वर्ष 1002 नई नियुक्ति की जानी प्रस्तावित है। व्यावसायिक प्रशिक्षक केंद्र सरकार की महत्वाकाक्षी योजनाओं में
से एक, स्वीन व्यावसायिक शिक्षा के आधार स्तम्भ रहे हैं जिनके माध्यम से शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थी आत्मनिर्भर बनकर रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़े जा रहे हैं। नई शिक्षा नीति 2020 में भी व्यावसायिक शिक्षा के लिए अत्यधिक महत्य दिया गया है। जिनके उदस्यों की पूर्ति हेतु व्यावसायिक प्रशिक्षकों की वर्तमान स्थिति पर संगठन आपका ध्यान आकर्षण कराना चाहता है।
1. कोरोना काल से अकारण विभाग द्वारा लगातार प्रतिवर्ष विटी की सेवाओं में सर्विस ब्रेक दिया जाने लगा है। जबकि केंद्र सरकार से प्रतिवर्ष 12 मासी बजर आवेदन किया जाता है। अन्य राज्यों में सर्विस ब्रेक न देते हुये 12 मामी सेवाएं ली जाती रही है (पत्र संप्लम्म)। जिनमे मप्र भी वर्ष 2019
के पहले लागू करता रहा है। अतः सर्विस ब्रेक या टेंडर रिवाइज के नाम पर इस तरह से विटी के सेवाओं में अनियमितता उचित नहीं। आगागी समय में विटी के सर्विस ब्रेक को पूर्णतः प्रतिबंधित किया जाए जिससे कि व्यावसायिक शिक्षा के संचालन में बाधा उत्पन्न न हो। एवं समस्त व्यावसायिक प्रशिक्षकों की सेवाए 12 मासी लेना सुनिश्चित किया जाये।
2. बीटीपी द्वारा समय पर वेतन भुगतान नहीं दिया जाता है। 6-7 माह लगातार वेतन भुगतान में अधिकांश बीटीची विलम्ब करती आई है। जिससे की विटी को कई गंभीर आर्थिक संकट से गुजरना पड़ता है। अतः विटी के भुगतान की निश्चित तिथि हेतु श्रम विभाग मंत्रालय वल्लभ भवन भोपाल के आउटसोर्स कर्मियों के लिए आदेश क्र.538/2024/ ए-16 दिनोंक 02/05/2024 का पालन करते हुये प्रतिमाह की प्रथम
तारीख तक बेतन प्रदान किया जाये।
3 विगत वर्ष 2015-16 से अब तक वर्तमान महगाई दर की देखते हुए व्यावसायिक प्रशिक्षकों के वेतन रिवाइज किये जाएं। हरियाणा राज्य में
प्रतिवर्ष सम्मानजनक बढ़ोतरी होने पर वर्तमान में वेतन 33,550 के प्रतिमाह है (पत्र सलस्न) जबकि गम में अब तक मात्र 2,000 रु की ही बढ़ोत्तरी हुई जो कि श्रम नियमों के भी विरुद्ध है। अतः नवीन वेतनमान अनुभव के आधार पर बढ़ोतरी की जाये जिससे को बैतन विसंगति को दूर किया जा सके।
4. विमर्श पोर्टल में व्यावसायिक प्रशिक्षक के रूप में प्रथम जॉइनिंग तिथि का उत्लेया होना सुनिश्चित हो।
5. व्यावसाविक प्रशिक्षकों के अनुभवको आधार रखते हुए उन्हें स्थान्तरण देने में प्राथमिकता दी जायें।
6. मातृत्व अवकाश एवं मेडिकल अवकाश जैसे मुलभुत अवकाश सुविधा दिया जाये।
7.जीवन सुरक्षा हेतु अधिकतम बीमा कवरेज के साथ जीबनबीमा सुविधाओं का लाभ दिया जावे।
8. व्यावसाविक प्रशिक्षकों के लिए भी यूनिक आई डी जनरेट की जावे।
अतः महोदय आपसे अनुरोध है कि उपरोक्त विसंगतियों को शीघ्र दूर करने का कष्ट करें जिससे कि हरियाणा मॉडल से भी बेहतर व्यावसायिक शिक्षा के संचालन के लिए मध्यप्रदेश मॉडल तैयार करते हुए नई शिक्षा नीति 2020 के तहत व्यावसायिक शिक्षा के लक्ष्यों को प्राप्त करने में व्यावसायिक प्रशिक्षक प्रोत्साहित हो सके और व्यावसायिक शिक्षा में आगामी समय में व्यवधान उत्पन्न न हो।
नवीन व्यावसायिक शिक्षा प्रशिक्षक महासंघ (NVETA) शिक्षा ऐसी हो जो विद्यार्थी की आर्थिक आवश्यकताओं को पूरा करती हो, विद्यार्थी शिक्षा के द्वारा आत्मनिर्भर बन सके तथा बेरोजगारी से मुक्त हो महात्मा गांधी