रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम/बनखेड़ी। जिले में बड़े पैमाने पर अवैध शराब विक्रय गोरखधंधा चल रहा है। जिला मुख्यालय पर तो मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा के 5 किलोमीटर के दायरे में शराब के विक्रय पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से ही शराब माफिया यहां पर सक्रिय हो गए हैं। संभाग मुख्यालय नर्मदापुरम नगर में तो अवैध शराब विक्रय के केंद्र टपों पर चल रहे हैं । जहां पर प्रतिदिन बड़े पैमाने पर अवैध शराब विक्रय हो रही है जो खुलेआम प्रशासन को चुनौती भी दे रहे हैं। प्रशासन की कार्यवाही का भी इन पर खौफ नहीं है। सबसे बड़ा सवाल कि बड़ी मात्रा में शहर में आ रही अवैध शराब का किस लिकर फैक्ट्री में निर्माण हो रहा है? कौन लोग सप्लाई कर रहे हैं? किस ठेकेदार की शराब बिक्री हो रही है? इन रसूखदार माफियाओं तक प्रशासन नहीं पहुंच सका है, जिस पर बड़े सवाल खड़े हैं?? दूसरी तरफ ग्रामीण अंचलों में भी अब अवैध रूप से शराब विक्रय की शिकायत सामने आने लगी हैं।जिसको लेकर जनपद पंचायत बनखेड़ी के अंतर्गत ग्राम पंचायत मछेराकला के सरपंच रूपनारायण पटेल जो भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी भी हैं ने जिला आबकारी अधिकारी को पत्र लिखकर ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध रूप से बेची जा रही शराब को लेकर आपत्ति दर्ज कराई है। साथ ही अवगत कराया है कि ग्रामीण अंचल में एमएसपी से अधिक दामों पर शराब का विक्रय हो रहा है। सरपंच द्वारा जिला आबकारी अधिकारी को भेजे गए शिकायत पत्र में इस बात का आरोप भी लगाया है कि शासकीय शराब ठेकेदार द्वारा मछेराकला सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में एजेंट नियुक्त कर शराब का विक्रय कराया जा रहा है। एजेंट को शराब ठेकेदार द्वारा अधिकार पत्र प्रदान किया गया है ऐसा भी आरोप लगाया गया है। महिलाए भी अवैध शराब विक्रय कर रही है। पुलिस भी कोई कार्यवाही नहीं करती है। जिससे इन एजेंट को पुलिस एवं आबकारी का शराब विक्रय हेतु स्वीकार्यता नजर आती हैं। इन एजेंटों के रसूक के आगे आमजन विरोध नहीं कर पाते हैं। जिससे ग्रामीण अंचल का माहौल खराब हो रहा है। जिसके कारण अबोध और नाबालिक भी नशे का शिकार हो रहे हैं। शिकायत में इस बात का भी आरोप लगाया गया है कि शराब एवं बियर एमएसपी से अधिक कीमत पर बेची जा रही है। वहीं सरपंच द्वारा जिला आबकारी अधिकारी से आग्रह किया गया है कि गांव-गांव इस प्रकार अवैध रूप से शराब व्यवसाय पर प्रतिबंध लगाया जाए और निर्धारित कीमत से अधिक कीमत पर शराब विक्रय पर भी कार्यवाही की जावे।