रिपोर्टर भुवनेश्वर केवट
19 अप्रैल को लोकतंत्र के महा त्यौहार में भाग लेने हर वर्ग उत्साहित दिखा। सुबह 7 बजे से मतदान केन्द्र में वोट देने आये हर वर्ग में अपने बारी का इंतजार किया। पहली बार वोट देने वाले अपने मताधिकार का प्रयोग करने को लेकर खासे उत्साहित थे। वहीं बुजुर्गों ने अपनी परंपरा का निर्वहन करते हुए अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। दिव्यांग तथा थर्ड जेंडर ने भी देश के इस त्यौहार में बढ़-चढ़कर भाग लिया। आयोग के निर्देशानुसार मतदान केन्द्रों में आवश्यक व्यवस्थाऐं सुनिश्चित की गई।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सलोनी सिडाना एवं पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने महाराजपुर, बम्हनी, पांडीवारा, प्रेमपुर, भारतज्योति स्कूल, संजयनगर बिंझिया, फूलसागर, चिरईडोंगरी, भावल आदि मतदान केन्द्रों का निरीक्षण किया।
पारंपरिक पोषाक पहनकर बैगा मतदाताओं ने किया मतदान
लोकसभा चुनाव को लेकर जिले के बैगा मतदाताओं मैं खासा उत्साह देखने को मिला। बैगा जनजाति के लोगों ने पारंपरिक वेशभूषा में मतदान केन्द्र पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बैगा मतदाता कहते हैं कि अपने वोट का प्रयोग कर उंगली में नीली स्याही लगवाना सच में गर्व महसूस कराता हैं। हमें अपने देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर गर्व है, इसीलिए आज अपना काम छोड़कर अपना वोट दिया है।
युवा मतदाताओं ने लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा
आज देश का त्यौहार है इस त्यौहार में हर कोई अपनी ओर से योगदान देना चाहता है। देश का भविष्य बनाने में युवाओं का बड़ा योगदान है। युवा बड़-चढ़कर अपने मताधिकार का प्रयोग करके बूथ तक आ रहे हैं। मतदान करने के उत्साह में लड़के, लड़कियाँ दोनों पीछे नहीं हैं। ऐसे ही युवा मतदाता ग्राम भावल निवासी साक्षी राजपूत, प्रेमपुर निवासी दीपाली मरावी ने लोकसभा निर्वाचन में पहली बार वोट दिया है। वोट देने की उमंग उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रही थी। उन्होंने कहा कि देश के विकास में योगदान देना अपने आप में गौरव की बात है।
दिव्यांगों ने कहा हमारे वोट से देश सशक्त बनेगा
मतदान करने के लिए दिव्यांग भी पीछे नहीं रहे। दिव्यांग मतदाता अपने पूरे उत्साह के साथ मतदान करने आए। ऐसे ही एक 69 वर्षीय दिव्यांग सोनूलाल भी वोट देने मतदान केन्द्र पहुंचे। चर्चा के दौरान सोनूलाल ने अपने वोट का महत्व बताते हुए कहा कि मैं दिव्यांग हूँ किन्तु मेरे वोट से देश चलेगा और सशक्त बनेगा। इसलिए मैं वोट करने आया हूँ। मैंने मताधिकार का प्रयोग करने अपने साथियों को भी कहा है। दिव्यांगों ने निर्वाचन आयोग द्वारा की जाने वाली व्यवस्था के प्रति संतुष्टि बताते हुए आभार भी व्यक्त किया।
विदाई से पहले किया मतदान
मतदान अधिकार ही नहीं कर्तव्य भी है, यह मानना है ग्राम मैली निवासी नवविवाहिता आशारानी सिंगरौरे का जिन्होंने आज विदाई के पहले मतदान किया। गुरुवार की रात आशारानी की बारात आई थी। शादी की रस्में पूरी होने के बाद शुक्रवार की सुबह दुल्हन बनी आशारानी ने मंडप से सीधे अपने मतदान केन्द्र पहुंची और मतदान कर लोकतंत्र के महापर्व में आहुति दी। आशारानी के इस निर्णय पर ससुराल वालों ने भी खुष होकर सहमति दिखाई। अपने पति के साथ आकर आशारानी ने मैली मतदान केन्द्र में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसी प्रकार एक अन्य नव युवक ने स्वयं के विवाह में सम्मिलित होने से पूर्व मतदान क्रं. 11 झुलपुर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
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