भोपाल : छिंदवाड़ा के ग्राम बदनूर में जन्मे डॉ. अरुण खोबरे (कवि अरुण अज्ञानी) को साहित्य में एवं विश्व की सबसे बड़ी श्रीरामचरित मानस लिखने पर उल्लेखनीय योगदान के लिए कलाव्योम फाउंडेशन द्वारा सम्मानित किया गया। दुष्यंत संग्रहालय में आयोजित एक गरिमापूर्ण कार्यक्रम में वरिष्ठ कवि एवं कथाकार डॉ. संतोष चौबे ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय कबीर लोकगायक एवं पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त श्री कालूराम बामनिया, प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता श्री राजीव वर्मा, प्रसिद्ध रंगकर्मी एवं अभिनेता श्री आलोक चटर्जी भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि विश्व की सबसे बड़ी श्री रामचरित मानस लिखने के कारण डॉ. अरुण अज्ञानी का नाम छह विश्व रिकार्ड बुक में दर्ज है। उन्हें अब तक कई सम्मान एवं पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। कवि डॉ. अरुण अज्ञानी, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं जनसंपर्क अधिकारी हैं।
*संवाददाता शुभम सहारे छिंदवाड़ा*