रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम// नर्मदापुरम जिला मूल रूप से किसानी उपज को लेकर देशभर में प्रसिद्ध है। किसानों द्वारा दिन-रात कड़ी मेहनत, मशक्कत कर बारिश, आंधी , तूफान, गर्मी में खेतों पर रहकर उपज तैयार कर जब वह मंडी में अपनी उपज को बेचने जाता है तो वहां पर उसे कई प्रकार की समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। जबकि प्रशासन द्वारा हमेशा ही किसानी उपज की खरीदी के दौरान किसानों की सुविधाओं के लिए दिशा निर्देश खरीदी समितियां को दिए जाते हैं। उसके बावजूद उपज खरीदी के दौरान तोल कांटों में गड़बड़ी की बात सामने आती रही है।
ऐसा ही एक मामला गुरुवार सुबह कृषि उपज मंडी सेमरीहरचंद का सामने आया है। जहां पर अपनी धान की फसल तुलाई को लेकर पहुंचे माखननगर तहसील के ग्राम शुक्करवाड़ा के किसान शैलेंद्र गौर द्वारा की गई शिकायत से सामने आया है। उनके द्वारा सोशल मीडिया पर घटित घटना कों अवगत कराया है जिससे घटना की पुष्टि होती है। इस घटना की जानकारी मीडिया तक क्रांतिकारी किसान मजदूर संगठन के ज़िला प्रवक्ता केशव साहू द्वारा दी गई है। कृषक शैलेंद्र गौर ने सचिव कृषि उपज मंडी सेमरी हरचंद को शिकायत कर अवगत कराया कि वह तहसील माखननगर के ग्राम शुक्करवाड़ा कला के कृषक हैं । 21मार्च 24 को सेमरीहरचंद मंडी प्रांगण में धर्म कांटे में धान की तुलाई कराई थी। इसके बाद छोटे कांटे में वजन कराया तो दोनों के बीच करीब 95 किलो का अंतर आया है। जिसकी जांच कर अंतर की धान वापस दिलाने की गुहार लगाई।