*डोंगरगढ-ग्राम पुरैना में श्रीराम कथा के समापन पर उमड़ा आस्था का सैलाब*
सँवाददाता- महेन्द्र शर्मा बन्टी
डोंगरगढ़ – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस व छत्तीसगढ़ राज्य लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष विष्णु लोधी के पैतृक ग्राम पुरैना, विकास खण्ड डोंगरगढ़, जिला राजनांदगांव में भतीजे स्वर्गीय रोपेन्र्द लोधी की स्मृति में चल रही नौ दिवसीय संगीत मय श्री राम कथा ज्ञान यज्ञ एवं शिव रूद्रा अभिषेक का समापन दिवस पर उमडा आस्था का सैलाब। समापन पर विष्णु लोधी ने सभी का आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा की आप जो इस धरा पर पधारे कल्पवृक्ष बन कर , चंदन की भांति महका कर जा रहे हो। लोधी परिवार इस पल के लिए सदैव आपका ऋणी रहेगा। भावुक है मन मेरा, भावुक है मन मेरा , गुरु देव आपका प्यार पाकर। स्नेह, आशीष मिला है आप सबसे मुझे, आमंत्रण का किया जो सम्मान आप सबका आभार है आपका गुरु देव,आभार है उन सभी का जिन्होंने हमारा आमंत्रण स्वीकारा।,,, तत्पश्चात परिवार के प्रमुख जनो ने गुरूदेव से आशीर्वाद लिए जिसमें प्रमुख रूप से सीपर राम लोधी, ईश्वर दास लोधी,कमल किशोर लोधी, नारद लोधी, विष्णु लोधी दिव्यपाल लोधी, मेघराज लोधी,नयन लोधी, भार्गव लोधी,अभन लोधी, जयंती लोधी, भूमिजा लोधी, उत्तरा लोधी ,गुलेश्वरी लोधी,कोकिला लोधी, शीतल लोधी आदि ने गुरूदेव को तिलक लगाकर चरण स्पर्श कर आशिर्वाद लिया। कथा व्यास कनिष्ठ जगत गुरु शंकराचार्य स्वामी आत्मानंद सरस्वती महाराज ने कहा श्री रामकथा के श्रवण से मन के राग, द्वेष, ईर्ष्या, और भेदभाव स्वतः समाप्त हो जाते हैं। यह मन को शांत कर हिंसक भावनाओं को रोकती है। राम नाम की महिमा बतलाते हुए कहा कि राम का नाम अनमोल है, यदि पापी भी राम का नाम लेता है तो उसे सदगति मिल जाती है। जिसके ह्दय में प्रभु के प्रति भाव जागते हैं, जिस पर हरि कृपा होती है। वह मनुष्य ही प्रभु की कथा में शामिल होता है। श्रीराम कथा का मनोयोग से श्रवण कर उसके उपदेश को जीवन में उतारें। तभी कथा की सार्थकता है। मन व ध्यान की एकाग्रता से हर कार्य में सफलता मिलती है। भगवान का आगमन सदैव धर्म की रक्षा के लिए हुआ है। रामायण हमें समाज के संस्कार, अच्छे-बुरे की पहचान सिखाती है। सच्ची भक्ति से ही भगवान की प्राप्ति की जा सकती है। गुरुवार को कथा के विश्राम दिवस पर हजारों की संख्या पर मौजूद श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया ।