कटनी (19 जनवरी) – कलेक्टर अवि प्रसाद ने जल जीवन मिशन के कार्याे की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया कि निर्धारित समय और तय गुणवत्ता मानक के अनुरूप कार्य नहीं करने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्यवाही की जाये और इनके द्वारा कराये गए कार्य की गुणवत्ता खराब पाये जाने पर इनके विरूद्ध एफ.आई.आर भी दर्ज करवाई जाये। कलेक्टर ने यह निर्देश आज शुक्रवार को जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के कार्याे की समीक्षा के दौरान दिए।
कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के तहत जिले के विभिन्न गांवों में चल रही योजनाओं की गांववार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान यह ज्ञात हुआ कि कतिपय ठेकेदारों ने पाईपलाईन बिछानें के लिए सड़कों की खुदाई करने के बाद इनका सही तरीके से रेस्टोरेशन का कार्य नही किये जाने की जानकारी प्राप्त होने पर उन्होंने गहन नाराजगी जाहिर करते हुए हिदायत दी की लोक स्वास्थ्य यात्रिकी विभाग के अधिकारी स्वयं निगरानी करें और संबंधित ठेकेदारों से व्यवस्थित रेस्टोरेशन कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने सहायक यंत्री स्लीमनाबाद, विजयराघवगढ़ और कटनी को रेस्टोरेशन कार्य की विसंगतियों को ठेकेदारों से संपर्क कर दूर कराने की हिदायत दी।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि जल जीवन मिशन शासन की की महत्वाकांक्षी प्राथमिकता वाली योजना है। जिसके तहत हर घर नल से जल पहुचाया जाना है। इस योजना में किसी भी स्तर पर किसी भी प्रकार की हीला हवाली बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कार्यपालन यंत्री पी.एच.ई को ताकीद किया कि वे स्वयं इसकी नियमित निगरानी और स्थल निरीक्षण करें साथ ही मौका मुआयना के आधार पर संबंधितों के विरूद्ध कार्यवाही कराया जाना भी सुनिश्चित करें।
ठेकेदार सुशील मिश्रा द्वारा कटनी विकासखण्ड अंतर्गत गुलवारा ग्राम में पाईप लाईन खोदने के उपरांत सड़क का सही तरीके से रेस्टोरेशन नहीं करने पर कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा चेतावनी दी जाकर तत्काल सुधार कार्य करने के निर्देश दिए गए। सहायक यंत्री स्लीमनाबाद द्वारा बैठक मंे बताया गया कि ठेकेदार शिवम् इंजीनियरिंग द्वारा कई बार जारी निर्देशों के विपरीत कार्य निर्धारित समय पर नहीं किया जा रहा है, जिस पर कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा उक्त ठेकेदार के विरूद्ध ब्लैक लिस्टेड करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। सहायक यंत्री विजयराघवगढ़ द्वारा बताया गया कि ठेकेदार मेसर्स एक्सेल इंजीनियरिंग द्वारा कार्य सहीं ढंग से नहीं किया जा रहा है इस पर कलेक्टर ने एक महीने का समय देते हुए ठेकेदार को कार्य में सुधार लाने की चेतावनी दी गई।
कलेक्टर द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा गया कि यदि समस्त ठेकेदार अपने कार्यों में गुणवत्ता नहीं लाते हैं तो उनके सभी देयकों का भुगतान जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक में निर्णय लेने के उपरांत ही किया जाएगा। इसके साथ ही निर्मित पूर्ण योजनाओं को शासन के नियमानुसार हैण्डओवर करने की कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
189 लाख के डी.पी.आर अनुमोदित
बैठक में 188.78 लाख रूपये के लागत वाली नल जल योजना के डी.पी.आर का अनुमोदन किया गया। जिसमें ढ़ीमरखेड़ा विकासखण्ड के ग्राम टिकरिया हेतु 32.92 लाख, कचनारी हेतु 28.32 लाख, बड़वारा विकासखण्ड के ग्राम बिजौरी हेतु 70.47 लाख तथा ग्राम मिडरा में नल-जल योजना बनाने हेतु 57.07 लाख के डीपीआर शामिल है। इसी प्रकार केआरसी प्रशिक्षण लेबल 3 के लिए संस्था दक्ष फाउण्डेशन द्वारा प्रशिक्षण की कार्ययोजना का प्रजेण्टेशन भी बैठक में किया गया।
बैठक में कार्यपालन यंत्री के0एस0 डामोर, सहायक यंत्री विकल्प पटेल, बी0पी0 चक्रवर्ती, दिनेश इनवाती, जिला सलाहकार विनय त्रिपाठी, संजीव मिश्रा, जिला समन्वयक सुनीता द्विवेदी सहित उपयंत्री एवं समस्त ठेकेदार उपस्थित रहे।