राजधानी दिल्ली के बाजारों में तो लोग दीया, मोमवत्ती और झालर की खरीदारी भी शुरू कर चुके हैं. हालांकि, व्यापारियों की मानें तो दीये और झालर के साथ-साथ पटाखा भी लोग खरीद रहे हैं. बता दें कि 31 दिसंबर 2023 तक दिल्ली-एनसीआर में पटाखा की खरीद-बिक्री पर पूरी तरह से रोक थी. दिल्ली में पटाखा की बिक्री एक जनवरी से उन्हीं दुकानों पर हो रही है, जिनको दिल्ली पुलिस की लाइसेंसिंग डिपार्टमेंट की तरफ से लाइसेंस दिया गया है.
देश में पटाखों की बिक्री और जलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अबतक दो बार गाइडलाइंस जारी किया है. सुप्रीम कोर्ट ने अपने गाइडलाइंस में साफ कर दिया है कि पटाखा फोड़ने पर पूरी तरह से रोक नहीं है, लेकिन जिन पटाखों में बेरियम साल्ट होता है उस तरह के पटाखों की न बिक्री होगी और न ही फोड़े जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने साल 2018 के बाद देश में ग्रीन पटाखों को छोड़ कर सभी तरह के पटाखों की बिक्री और जलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा रखा है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने अपने गाइडलाइंस में पटाखा फोड़ने का समय भी तय किया है. इसके तहत दिवाली के दिन रात 8 से 10 बजे और क्रिसमस और नए साल के जश्न पर रात 11.55 से 12.30 बजे तक पटाखा फोड़ सकते हैं
22 जनवरी को फोड़े जाएंगे पटाखे
दिल्ली में पटाखों का कारोबार हर साल दिवाली के मौके पर 300 से 400 करोड़ रुपये तक पहुंच जाता है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया टेडर्स के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं. ‘देखिए पूरा देश राममय हो गया है. ऐसे में हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ही ने लोगों से दिवाली मनाने की अपील की है. ऐसे में दिल्ली के लोग भी ग्रीन पटाखा फोड़ें तो क्या किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए. मेरी जानकारी में इस तरह की कोई बात नहीं है कि दिल्ली के बजारों में पटाखा की डिमांड बढ़ गई है. जो लोग खरीदना चाहते हैं वह दिल्ली में सदर बजार और जामा मस्जिद के पास कई दुकान हैं, जहां पटाखे खऱीद सकते हैं. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने पिछले कुछ सालों मे कई पटाखों के दुकानों के लाइसेंस रद्द किए हैं. हमलोग एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के आधार पर ही ग्रीन पटाखा बेच रहे हैं.’