कटनी में छात्राएं गुटखा खाने से नहीं मानी तो प्रभारी प्राचार्य और स्टाफ ने खुद साफ कर दिया टॉयलेट, अब कह रही कभी नहीं खाएंगे।
कटनी जिले में रीठी तहसील के दूरस्त आदिवासी अंचल में स्थित जंगलों के बीच शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नैगवा का नजारा शनिवार को कुछ बदला बदला सा आया। सुबह विद्यालय पहुंचे प्रभारी प्राचार्य और उनके स्टॉप आज पूरी तैयारी के साथ विद्यालय के टॉयलेट साफ करने के लिए जुट गया और इसे देख उनके साथ एक छात्र भी सहयोग करने लगा। हुआ यह था कि विद्यालय का छात्राओं के टॉयलेट में गुटके की थूक से पूरी दिवाल रंगी हुई थी और टॉयलेट की सीट भी विगत कई बार छात्राओं को व टॉयलेट को गंदा न करने हेतु और गुटके का सेवन न करने की हिदायत छात्राओं को दी गई, परंतु उसका कोई असर नहीं हुआ। टॉयलेट साफ करने क्योंकि 30 किलोमीटर दूर से स्वीपर विद्यालय आता था जिसके कारण हजार रुपए की राशि व्यय होती थी। विद्यालय प्राचार्य ने देखा कि इससे राशि भी लग रही है और छात्राएं मान भी नहीं रही है तो एक नया तरीका खोजा और स्वयं ही टॉयलेट साफ करने जुट गए।सभी टॉयलेटों
को मेहनत के साथ साफ किया, इसे देख गांव वाले भौचक रह गए।बाद में विद्यालय जब शुरू हुआ और छात्र विद्यालय पहुंचे तो शिक्षक इस कार्य में लगे हुए थे और उन्हें ऐसा देखा छात्राओं को स्वयं शर्म महसूस हुई और छुट्टी के समय जाते समय उन्होंने खुद ही कह दिया कि अभी कभी टॉयलेट गंदा नहीं करेंगे। प्रभारी प्राचार्य विपिन तिवारी ने बताया कि क्योंकि विद्यालय में पानी की भी व्यवस्था नहीं है,काफी दूर से पानी लाना पड़ता है। इस कारण शाला संचालन में बेहद दिक्कत हो रही है,परंतु फिर भी विद्यालय को साफ रखने में स्वयं व स्टाफ जुटा रहता है जिसके कारण यह एक नया तरीका खोजा गया। इस कार्य में अतिथि शिक्षक धर्मेंद्र सिंह और शिक्षक संतोष चौधरी के साथ सोने सिंह और छात्र रोहित की भूमिका सराहनीय रही।