जेपीवी डीएवी विद्यालय में 25 वां वार्षिकोत्सव विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति के संग आयोजित हुआ । वार्षिकोत्सव की थीम स्पेक्ट्रम : द कलर ऑफ लाइफ थी ।
कार्यक्रम में गेस्ट ऑफ ऑनर श्रीमती मीरा विश्वकर्मा एवं विशेष अतिथियों में चेयरपर्सन प्रभांशु चमड़िया, ओजस्वी चमड़िया, श्रीमती शिखा शर्मा नरसिंहगढ़ डीएवी विद्यालय के चेयरमैन श्री सुनील कुमार, डीएवी बिहार जोन के डी. आर. ओ. श्री एच के झा, जेपीवी डीएवी विद्यालय के मैनेजर श्री एच. के. सिंह, मध्य प्रदेश डीएवी जोन के क्षेत्रीय निदेशक श्री एस. के. सिन्हा जी एवं विभिन्न डीएवी विद्यालयों के प्राचार्यों की गरिमामयी उपस्थिति रही। सभी अतिथियों का विद्यालय प्राचार्य के द्वारा परंपरागत विधि से पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।
दीप प्रज्वलन एवं स्वागत गीत के पश्चात बच्चों के रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां आरंभ हुई । जिसमें सर्वप्रथम गणेश वंदना समूह नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत की गई।
विद्यालय प्राचार्य श्री एस के सिंहा जी ने सर्वप्रथम सभी का अभिनंदन किया एवं अपने उद्बोधन में उन्होंने विगत 25 वर्षों में विद्यालय की उपलब्धियों एवं विद्यालय की
के छात्रों द्वारा विविध क्षेत्रों में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यो की चर्चा ।
नर्सरी व एलजी के नन्हे मुन्ने छात्रों द्वारा बार्बी डांस एवं बॉलीवुड के हिट गानों पर यूकेजी व कक्षा प्रथम के बच्चों द्वारा नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी गई लगभग 2000 अभिभावकों एवं दर्शकों से भरे हुए प्रांगण में तालियां गूंज उठी।
बच्चों व उनके अभिभावकों के आपसी संबंधों की मधुर प्रस्तुति देने वाले समूह नृत्य पर अभिभावक एवं दर्शक भावुक हो गए एवं उनकी आंखों से भावपूर्ण अश्रु छलक उठे।
मोबाइल की दुष्परिणाम को प्रदर्शित करने वाले समूह नृत्य एवं कव्वाली तुम हमसे तंग हो हम तुमसे तंग हैं…. की प्रस्तुति अद्वितीय रही।
स्वामी दयानंद जी के सामाजिक योगदानों की प्रस्तुति देता संस्कृत नाटक, प्रकृति और पशु पक्षियों के महत्व को प्रदर्शित करते अंग्रेजी नाटक तथा हिंदी नाटक स्वर्ग का पासपोर्ट ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी ।
बाल श्रम को अपराध बताने वाले समूह नृत्य एवं अहीर डांस ने वाह वाही का समा बांध दिया ।
चेयरपर्सन श्रीमती प्रभांशु चमडिया ने अपने उद्बोधन में उनके पिता एवं विद्यालय के पूर्व चेयरमैन स्वर्गीय श्री गोकुलदास विश्वकर्मा जी की स्मृति की एवं अपने विद्यालयी जीवन को साझा किया साथ ही कार्यक्रमों की मुक्त कंठ से सराहना की।
डीएवी की अपनी एक अनूठी परंपरा है कि वह अपने पुराने होनहार विद्यार्थियों को प्रतीक चिन्ह भेंट करते हैं इस अवसर पर भी विगत वर्षों के टॉपर्स को उनके माता-पिता के संग मंच पर मोमेंटोस प्रदान किए गए।
मध्य प्रदेश के लोक नृत्य
कृष्ण लीला डांस एवं इंडो क्लासिक डांस की प्रस्तुति बहुत ही सुंदर थी, बिहार राज्य की लोक संस्कृति को दर्शाता नृत्य एवं म्यूजिकल बैंड की प्रस्तुति पर दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं । थीम डांस की शानदार प्रस्तुति रही।
मंच संचालन विद्यालय के छात्र-छात्राओं आर्या कटारे, मृगांक मणि त्रिपाठी, आशुतोष पांडे, इशिता पटेल, याशिका अग्रवाल, विभोर सिंह कौरव, तान्या सोनी एवं न्यासा चंदेल ने अपने शिक्षकों श्री मनीष सिंह एवं श्री अमरदीप शर्मा के सहयोग से बखूबी संचालन किया । राष्ट्रगान पश्चात कार्यक्रम संपन्न हुए।