कटनी – कलेक्टर श्री Avi Prasad द्वारा जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने सहित प्रसव के रेफरल प्रकरणों की निरन्तर समीक्षा की जा रही है। कलेक्टर अवि प्रसाद ने स्वास्थ्य महकमें को दो टूक हिदायत दी है, कि प्रसव के रेफरल प्रकरणों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। गर्भवती महिला की ए.एन.सी के दौरान निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत सभी जांचें करने तथा इन सब मामलों में कोताही बरतने पर कड़ी कार्यवाही किये जानें के निर्देश दे रखे है।
इसी क्रम में गर्भवती महिलाओं की सभी जांच रिपोर्ट सामान्य होने तथा गर्भवती महिलाओ को हाईरिस्क श्रेणी में नहीं होने के बाद भी जानबूझकर जिला चिकित्सालय रेफर करने तथा एएनसी के दौरान गर्भवती महिलाओं की मात्र 1 ही जांच करनें संबंधी मामलों को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा नाराजगी व्यक्त की जाकर 7 स्वास्थ्य कर्मियों से स्पटीकरण तलब करने के निर्देश दिए है।
*जिम्मेदारियों से बचनें जिला चिकत्सालय किया गया रेफर*
गत दिवसों ब्लॉक कन्हवारा के उपस्वास्थ्य केन्द्र कौंडिया में पदस्थ सी.एच.ओ संगीता चौहान सहित दो ए.एनएम राशि ठाकुर एवं सरिता शर्मा सहित ब्लॉक बड़वरा के उपस्वास्थ्य केन्द्र गडौहा में पदस्थ एएनएम पूजा सिंह एवं सीएचओ निशा चौधरी द्वारा गर्भवती महिलाओं की ए.एन.सी के दौरान मात्र एक ही जांच की गई थी।
इसी तरह ब्लॉक रीठी के उपस्वास्थ्य केन्द्र पिपरिया में पदस्थ एएनएम संजो गोंटिया एवं ब्लॉक बहोरीबंद के उपस्वास्थ्य केन्द्र देवरी में पदस्थ सी.एच.ओ अनुराधा भुमिया द्वारा गर्भवती महिलाओं की ए.एनसी के दौरान मात्र 1 ही जॉच की गई थी तथा हाईरिस्क श्रेणी में नहीं होने के बाद भी जिम्मेदारियों से बचने हेतु जानबूझकर 108 एम्बुलेंस वाहन द्वारा जिला चिकित्सालय रेफर किया गया था।
*दो दिवस में प्रस्तुत करें जवाब*
कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर के अठया ने उपस्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ उपरोक्त चारों एएनएम तथा तीनों सीएचओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर 2 दिनों में जवाब प्रस्तुत करने की हिदायत दी गई है। जवाब संतोषप्रद नहीं पाए जाने पर इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। जिसके लिए ये स्वतरू जिम्मेदार होंगी।
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