कटनी (21 अगस्त )-अपने माता पिता को खो चुके अनाथ बच्चों के जीवन में उम्मीदों की रोशनी बिखेरने में जुटे कलेक्टर श्री अवि प्रसाद जिले की तीन और बेसहारा बच्चों के जीवन का सहारा बने हैं। उन्होंने इन तीनों बच्चों की शिक्षा दीक्षा के लिए निजी स्पॉन्सरशिप योजना के तहत दो हजार रूपये प्रतिमाह सहायता राशि का प्रकरण स्वीकृत कर इन्हें उक्त राशि की पहली किश्त सोमवार को कार्यालय कलेक्टेªट में प्रदान कराई है। इस दौरान उनके संरक्षकों की भी उपस्थिति रही।
बच्चों की शिक्षा दीक्षा में नहीं आए बाधा
अपने माता पिता में से किसी एक को खो चुके 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के भरण पोषण और शिक्षा में किसी प्रकार की कोई बाधा न आए इसके लिए बाल संरक्षण अधिनियम 2015 अंतर्गत उन्हें सहायता राशि प्रदान करने के लिए निजी स्पॉन्सरशिप योजना का संचालन महिला एवम् बाल विकास विभाग द्वारा किया जाता है। इस योजना को जिले में और अधिक प्रभावी बनाते हुए संवेदनशील कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा औद्योगिक घरानों के सीएसआर मद से ऐसे बच्चों को बालिग होने तक आर्थिक सहायता मुहैया कराने का प्रावधान किया गया है। जिससे आर्थिक तंगी किसी भी बेसहारा बच्चे की प्रगति की राह में रोड़ा न बन सके।
इन बच्चों को मिली सहायता राशि
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास नयन सिंह ने बताया कि कलेक्टर श्री अवि प्रसाद के निर्देश पर विकासखण्ड रीठी के तीन प्रकरणों बकलेहटा निवासी 14 वर्षीय आरती लोघी संरक्षक मुन्नी बाई एवं 13 वर्षीय शालिनी लोघी संरक्षक हरिशंकर लोघी के साथ ही कुपिया ताह निवासी 8 वर्षीय बालक अवधेश सिंह संरक्षक कमला बाई का प्रकरण तैयार कर उक्त योजना के तहत स्वीकृत किया गया। तीनों बच्चों की शिक्षा दीक्षा के लिए संरक्षकों को 2-2 हजार रूपए की सहायता राशि प्रतिमाह उनके बैंक खातों के माध्यम से प्रदान की जाएगी।