कटनी। नवीन शिक्षण सत्र में जिले की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य को लेकर जिला शिक्षा समिति की बैठक गत दिवस जिला पंचायत में संपन्न हुई। जिला शिक्षा समिति अध्यक्ष एवम् जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा की अध्यक्षता में आयोजित हुई इस बैठक में जिले की स्कूल शिक्षा व्यवस्था से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर रूपरेखा तय की गई।
*जर्जर भवनों में न लगे स्कूल*
बारिश के मद्देनजर विद्यार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए जर्जर शाला भवनों में स्कूल संचालित न कराए जाने के निर्देश बैठक में समिति अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने डीईओ और डीपीसी को दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने बाउंड्री वॉल और टॉयलेट रहित शाला भवनों और जर्जर शाला भवनों की सूची तलब की, साथ ही विभिन्न मदों से उसके शीघ्र निर्माण के संबंध में दिशा निर्देश दिए। बैठक में समिति अध्यक्ष श्री विश्वकर्मा ने नवीन शाला भवनों के निर्माण कार्य, विद्यार्थियों की बैठक व्यवस्था, पेयजल और प्रसाधन कक्षों की उपलब्धता, शिक्षकों की उपलब्धता आदि की भी समीक्षा करते हुए अधिकारियों से जानकारी ली।
*कई वर्षों से एक ही छात्रावास में जमे हैं अधीक्षक*
एक ही छात्रावास में वर्षों से जमे अधीक्षकों और अन्य कार्यों में लगे शिक्षकों के संबंध में जानकारी लेते हुए समिति अध्यक्ष श्री विश्वकर्मा ने अधिकारियों को स्थानांतरण नीति के तहत इनके नियमानुसार ट्रांसफर करने और संलग्न शिक्षकों से शिक्षण कार्य कराए जाने के निर्देश दिए। बैठक में जिले के विभिन्न बीआरसी कार्यालयों में अनावश्यक खर्चों की समीक्षा और खरीदी के संबंध में जानकारी भी ली गई।
*खेल विभाग की निष्क्रियता पर जताई नाराजगी*
बैठक में खेल एवम् युवा कल्याण विभाग द्वारा की जा रही महज खानापूर्ति पर समिति अध्यक्ष और सदस्यों ने कड़ी नाराजगी जताई। साथ ही खेल अधिकारी के गैरहाजिर रहने पर भी समिति अध्यक्ष श्री विश्वकर्मा ने कड़ी अप्रसन्नता जाहिर की। गत वर्ष डीएवी स्कूल बरही और जवाहर नवोदय विद्यालय बड़वारा से संबंधित जांचों की भी समीक्षा की गई। इसके अतिरिक्त बैठक में अन्य कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी चर्चा की गई। बैठक में समिति सदस्य प्रदीप त्रिपाठी, प्रिया सिंह, रघुराज सिंह, डीईओ पीपी सिंह, डीपीसी केके डहरिया, आदिम जाति कल्याण अधिकारी पूजा द्विवेदी, पीएचई से श्री डामोर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।