रिपोर्टर सीमा कैथवासनर्मदापुरम। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के एडीआर सेंटर में जिला विधिक सहायता अधिकारी कु. अंकिता शांडिल्य की उपस्थिति में नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध व्यापार के विरुद्ध अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि नालसा, सालसा और DLSA किस प्रकार नशा मुक्ति के लिए कार्य कर रहा है। नशा मुक्ति के लिए जागरूक करने से सामाजिक में व्याप्त बुराइयों से बचा जा सकता है। और शारीरिक दुष्परिणाम से बचा जा सकता है। स्वस्थ समाज, स्वस्थ मानसिकता का विकास तभी संभव है यदि नशा से दूर रहकर ही संभव है। इस आयोजन में नालसा और सालसा द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को दिए जा रहे निर्देश के अनुसार पैरालीगल वालंटियर नशा मुक्ति के लिए किस प्रकार से ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर प्रचार प्रसार करते हैं उपस्थित सभी पीएलबी ने अपना अनुभव साझा किया। इस संगोष्ठी के माध्यम से पैरालीगल वालंटियर टीकाराम गौर ने बताया कि नशा मुक्ति एक राष्ट्रीय मुद्दा ना रहकर अब अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है। चूंकि हर व्यक्ति अपने जीवन में अपने आसपास मादक पदार्थों का उपयोग करते हुए लोगों को देख पाते हैं । मादक पदार्थों के सेवन से आर्थिक सामाजिक और शारीरिक क्षति भी होती है । अतः मादक पदार्थों का सेवन नहीं करने के लिए जन जागरूकता एक अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य बन चुका है कि वह मादक पदार्थों का उपयोग करने से रोकने में अपनी भूमिका निभाते हुए जन जागरूकता के माध्यम से मादक पदार्थों से मुक्ति के आंदोलन में सहयोग करें । पीएलवी श्री गौर ने बताया कि वह मादक पदार्थों के सेवन न करने का संदेश ग्रामीण क्षेत्र में वृद्ध ,युवा और महिलाओं को सदैव जागरूक करने और नशा मुक्ति के क्षेत्र में कार्य करते रहे हैं। नशा मुक्ति निवारण दिवस के अवसर पर पैरालीगल वालंटियर रीता यादव ने भी अपने विचार रखे कि वह किस प्रकार से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रहते हुए भी नशा मुक्ति के क्षेत्र में महिलाओं, पुरुष और ग्रामीण परिवेश में नशा करने वालों को जागरूक कर रही हैं। नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर पैरालीगल वालंटियर पल्लवी कीर, रेखा सराठे, श्वेता रैकवार ,अंजना स्वर्णकार, राजेंद्र , सचिन सराठे, रुप राम यादव, सीमा कैथवास, सरस्वती मालवीय ,टीकाराम गौर आदि पीएलवी ने अपने विचार व्यक्त किए।