रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम । जिला मुख्यालय नर्मदापुरम की नगर पालिका परिषद में पार्षदों के काम नहीं होने को लेकर आए दिन घटनाएं सामने आ रही हैं। पिछले दिनों सफाई व्यवस्था से असंतुष्ट पार्षद संतोष उपाध्याय कार्यालय में कुर्सी लगाकर बैठ गए थे तब बमुश्किल नाराज पार्षद को स्वच्छता की नोडल अधिकारी दीक्षा तिवारी द्वारा मामला शांत कराया गया । जिसके बाद महिला पार्षद रेखा यादव भी वार्ड में काम नहीं होने को लेकर उपयंत्री दीक्षा तिवारी के चेंबर में धरने पर बैठ गई थी जिन्हें भी बमुश्किल समझाई देकर मामला शांत कराया गया था। वहीं भाजपा पार्षद राजेंद्र उपाध्याय ने तो कलेक्टर से
शिकायत कर सहायक यंत्री महेंद्र तोमर पर कमीशन मांगने के गंभीर आरोप लगा दिए। अब नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष अनोखी लाल राजोरिया ने कलेक्टर सहित आयुक्त नगरीय प्रशासन, आयुक्त नर्मदापुरम, संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन नर्मदापुरम से नगर पालिका की अनियमितताओं को लेकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। श्री राजोरिया ने अपनी शिकायत में अवगत कराया है कि नगर पालिका का गठन 13 अगस्त 2022 में हुआ था, नगर पालिका परिषद की बैठक दो माह में होना चाहिए परंतु लगभग 9 माह पूरे होने पर केवल दो बार बैठक हुई है । अधिनियम का उल्लंघन और मनमानी की जा रही है, जिससे पार्षदों के अधिकारों का हनन हो रहा है। इसी प्रकार पीआईसी की बैठक प्रतिमाह होना चाहिए परंतु वह नहीं हो रही है। श्री राजोरिया ने अपनी शिकायत में इस बात का भी उल्लेख किया है कि नगर पालिका अध्यक्ष ने टेंडर की दरों को पास करने का अधिकार ले लिया है जो कि नियम विरुद्ध है।एवं परिषद में ऐसे कोई भी अधिकार अध्यक्ष को नहीं दिए हैं। नगरपालिका के टेंडर ऊंचे दरों पर पास किए जा रहे हैं , जिससे नगरपालिका को वित्तीय नुकसान भी हो रहा है। इन विषयों को लेकर श्री राजोरिया ने उचित कार्यवाही की मांग की है। उक्त मामले में नगर पालिका अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष द्वारा लगाए गए आरोप गलत हैं । 3 माह में एक बार बैठक होना चाहिए,10 मार्च को बैठक ली गई थी, जल्द ही परिषद की बैठक ली जाएगी। टेंडर कम दरों में लिए जा रहे हैं जिससे कम पैसे में ज्यादा काम लिया जा सके और परिषद को वित्तीय नुकसान ना हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। लगाए गए आरोप गलत है।