रिपोर्टर मुकेश राय
घटना का विवरण इस प्रकार है- दिनांक 17/05/2023 को फरियादी नन्हेलाल सेन पिता
आशाराम सेन उम्र 40 वर्ष निवासी हिलगन ने थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट किया कि दिनांक 16/05/2023
के रात्रि करीब 09:30 बजे जब वह सागर से घर आया तो भाई नरेंद्र सेन की पत्नि रामदेवी घर के बाहर
बैठी मिली और उसने बताया कि रात करीब 08:30 बजे 3-4 अज्ञात लोग घर आये थे और नरेंद्र और पडोस
में रहने वाले बिट्टू उर्फ सौरभ सेन को किसी चार पहिया वाहन में जबरन बैठाकर कही ले गये है मैं गाडी
नंबर नही देख पाई हूँ। मेरे भाई नरेंद्र सेन का मोबाइल घर पर रह गया था कुछ देर बार नरेंद्र के मोबाइल
नंबर पर फोन आया जिससे बोला कि मैंने नरेंद्र सेन और बिट्टू उर्फ सौरभ सेन को पकड़ लिया है और फिर
कभी 10 हजार तो कभी 50 हजार रुपये की मांग की गई। फोन करने वाला बोला की जब तक तुम रूपये
नही दोंगे मैं नरेंद्र सेन और बिट्टू उर्फ सौरभ सेन को नहीं छोडूंगा। रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध
अपराध क्रमांक 150/23 धारा 365 ता. हि कायम कर विवेचना में लिया गया।
घटना का जानकारी मिलने पर तत्काल वरिष्ट अधिकारियो को सूचना दी गई। वरिष्ठ अधिकारियो के
मार्गदर्शन एवं निर्देशन में तत्काल नाकाबंदी कर आरोपियों की तलाश की गई। आरोपीगण शालिगराम तिवारी
पिता कृपाशंकर तिवारी उम्र 48 वर्ष निवासी खण्डेराव वार्ड देवरी थाना देवरी, रामजीत आठया पिता मनोज
आठ्या उम्र 26 वर्ष निवासी गायत्री नगर रिलाइंस ऑफिस के पीछे मकरोनिया थाना मकरोनिया, वीरेंद्र उर्द
वीरू ठाकुर पिता गोपाल सिंह ठाकुर उम्र 32 वर्ष निवासी शंकरजी के मंदिर के पास वल्लभनगर वार्ड इतवारी
टौरी थाना मोतीनगर एवं सूरज उर्फ सुखराम सेन पिता गंगाराम सेन उम्र 27 वर्ष निवासी वार्ड क्र. 12 पठार
मोहल्ला बंडा थाना बंडा को दस्तयाब किया गया। आरोपीगणो से दोनो अपहर्त नरेंद्र सेन एवं सौरभ सेन को
मुक्त कराया गया। आरोपियों से घटना में प्रयुक्त सफेद रंग की बुलेरो कार क्रमांक MP 04 TA 3593 जप्त की
गई। प्रकरण में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
आरोपियों से पूंछतांछ पर पता चला कि अवैध शराब बेंचने के संदेह में नरेंद्र सेन व बिट्टू सेन
में अपहर्तो पर 6 पेटी शराब रखकर
का अपहरण किया था। तथा बाद में पुलिस चौकी कर्रापुर व थाना बंडा
धारा 34(2) आबकारी एक्ट का केस बनबाने का प्रयास किया था। जिसमे पुलिस की सतर्कता के कारण
आरोपीगण सफल नहीं हो सके। अपहृतों के साथ आरोपीगणो द्वारा काफी मॉरपीट की गई है। जिसमे से
नरेंद्र सेन को इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आरोपीगण शराब कंपनी के कर्मचारी है। आरोपियों को पकड़ने में उ.नि. संजय ऋषीश्वर, उ. नि.
बी. आर. पटैल, स.उ.नि. ओमकार सिंह, प्र. आर. राजेश पाण्डे, आर. प्रदीप नामदेव, आर. सोनू गौतम, आर.
शाहिद खान, आर. सतीश नवेरिया, आर. अंशुल मिश्रा, आर, हेमराज पटैल, आर. योगेश कुमार की भूमिका
सराहनीय रही।