वेयर हाउस के अंदर खरीदी किए जाने की व्यवस्था पर अधिकारियों की आपत्ति,अंदर खरीदी होगी तो कहा लग सकती है आग,मीडिया से रूबरू होकर कहा किसानों की आय में हुई है वृद्धि,किसान कर्ज माफ होकर अब कर रहा खेती….
रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल में रविवार शाम सर्किट हाउस में मीडिया से रूबरू होकर कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों की आय दोगुनी हो रही है। प्रदेश में करीब एक करोड़ 3 हज़ार के लगभग किसान हैं, छोटे किसानों को किसान सम्मान निधि, किसान कल्याण निधि से लाभान्वित किया जा रहा है। पहले छोटे किसान कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर लेते थे, पर अब ऐसा नहीं हो रहा है। देश के प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा किसान कल्याण निधि किसानों के लिए एक वरदान साबित हुई है। आज किसान अच्छे रेट पर अपनी फसल बेच रहा है वर्ष 2016 के बाद फसल बीमा योजना लागू होने से किसानों को उनकी फसल की क्षतिपूर्ति भी हो रही है। अतः किसान कर्जदार नहीं हो रहा है,एमएसपी पर अपनी फसल बेच रहा है। खेती अब लाभ का धंधा बन रही है। यह सब हमारी डबल इंजन की सरकार से संभव हो सका है। इस दौरान पत्रकारों ने जब जिले में गेहूं खरीदी केंद्र के निर्धारण सहित वेयरहाउस चयन में अनियमितता की बात पूछी, साथ ही अवगत कराया कि जब वेयर हाउस में खरीदी केंद्र स्थापित कर गेहूं खरीदी की गई तो फिर बारिश में कैसे गेहूं भिंगा, क्यों व्यवस्था नहीं की गई? हुए नुकसान
के लिए कौन जवाबदार होगा?जबकि शासन के स्पष्ट निर्देश है कि उपार्जन केंद्र पर स्कंद की सुविधा व्यवस्था उपार्जित स्कंद को चोरी, कीटग्रस्तता, चूहो से बचाव और मौसम की विपरीत परिस्थितियों जैसे बारिश आदि से उपार्जित स्कंध के बचाव की व्यवस्था सुनिश्चित करना है तो फिर कैसे इन नियमों का पालन नहीं कराया गया? तब कृषि मंत्री श्री पटेल ने बताया कि उन्होंने तो शुरू में ही यह बात रखी थी कि बेयर हाउसों के अंदर ही गेहूं खरीदी की जाए तब अधिकारियों ने आपत्ति दर्ज कराई कि गेहूं खरीदी वेयर हाउस के अंदर खरीदी करते हैं तो आग लगने की प्रबल संभावना रहेगी। आप ही बताएं क्या कहीं कोई आग लगी या कोई नुकसान हुआ। आज यदि वेयरहाउस के अंदर गेहूं खरीदी होती तो यह नुकसान शासन को नहीं उठाना पड़ता। इस दौरान मीडिया ने गेहूं खरीदी में अनियमितता पर भी आप सवाल उठाए और जिला आपूर्ति नियंत्रक की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए। मिडिया द्वारा अवगत कराया गया कि गेहूं खरीदी केंद्रों पर अनियमितता पर अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। जिस पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि वह इस गंभीर विषय पर जरूर कार्यवाही करेंगे और अधिकारियों से जवाब किए लिए जाएंगे। इस दौरान मीडिया द्वारा कुछ गंभीर तथ्यों से भी कृषि मंत्री को अवगत कराया गया।