कटनी ( 13 अप्रैल )- कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा प्रसव के रेफरल मामलों और स्वास्थ्य व्यवस्था की नियमित निगरानी और समीक्षा का सिलसिला अनवरत जारी है। इसी क्रम में गर्भवती महिलाओं की सभी जांच रिपोर्ट सामान्य होनंे और गर्भवती हाईरिस्क श्रेणी में नहीं होने के बाद भी जानबूझकर जिला चिकित्सालय रेफर करने वाली मेडीकल ऑफीसर एवं गर्भवती महिला की एएनसी के दौरान मात्र 2 ही जांच करनें वाली ए.एन.एम पर नाराजगी व्यक्त की गई है।
जिम्मेदारियों से बचनें जिला चिकत्सालय किया गया रेफर
ब्लॉक बहोरीबंद में पदस्थ मेडीकल ऑफीसर डॉ आकांक्षा परिहार द्वारा स्लीमनाबाद की गर्भवती महिलाओं की सभी जांच रिपोर्ट सामान्य होनें और गर्भवती हाईरिस्क श्रेणी में नहीं होने के बाद भी जिम्मेदारियों से बचने हेतु जानबूझकर 108 एम्बुलेंस वाहन द्वारा जिला चिकित्सालय रेफर किया गया था।
ए.एन.सी के दौरान की गई मात्र दो ही जांचें
इसी तरह ब्लॉक रीठी के उपस्वास्थ्य केन्द्र बडखेरा में पदस्थ ए.एन.एम सुमन कोल द्वारा बडखेरा थाना रीठी की गर्भवती महिला की ए.एन.सी के दौरान मात्र दो ही जांचें किये और 108 एम्बुलेंस वाहन द्वारा जिला चिकित्सालय रेफर किये जाने पर कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को स्पष्टीकरण तलब करनें के निर्देश दिए गए है।
दो दिवस में प्रस्तुत करें जवाब
कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मेडीकल ऑफीसर डॉ आकांक्षा परिहार एवं ए.एन.एम सुमन कोल को कारण बताओ नोटिस जारी कर 2 दिनों में जवाब प्रस्तुत करने की हिदायत दी गई है। जवाब संतोषप्रद नहीं पाए जाने पर इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। जिसके लिए ये स्वतरू जिम्मेदार होंगी।
विदित हो कि कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने सहित प्रसव के रेफरल प्रकरणों की निरन्तर समीक्षा की जा रही है। कलेक्टर अवि प्रसाद ने स्वास्थ्य महकमें को दो टूक हिदायत दी है, कि प्रसव के रेफरल प्रकरणों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। गर्भवती महिला की ए.एन.सी के दौरान निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत सभी जांचें करने तथा इन सब मामलों में कोताही बरतने पर कड़ी कार्यवाही किये जानें के निर्देश दे रखे है।