रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम । भारत में सभी प्रकार के खेलों में क्रिकेट खेल सबसे ज्यादा लोकप्रिय है और पूरे विश्व में क्रिकेट के क्षेत्र में भारत की एक अलग ही धाक जमी हुई है। यही कारण है कि देश, प्रदेश और यहां तक की संभाग, जिला और तहसील स्तरों पर भी क्रिकेट खेल संघ खिलाड़ी बनाने का कार्य करते हैं। यहां संचालित क्रिकेट संघ के माध्यम से ट्रेनिंग लेने वाले खिलाड़ी बच्चों का सपना होता है कि वह भी सचिन तेंदुलकर जैसा खिलाड़ी बने। क्रिकेट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को लेकर अब गंभीर आरोप भी लगने लगे हैं। कुछ माह पूर्व कांग्रेस नेता राकेश सिंह यादव द्वारा एमपीसीए पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए, जिसकी शिकायत उनके द्वारा लोकायुक्त से लेकर प्रधानमंत्री दफ्तर तक की गई है। जिसमें पिछले दिनों इंदौर में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए टी 20 मैच और एक इवेंट कंपनी को ठेका देने सहित टिकटों की कालाबाजारी की शिकायतें भी सामने आई थी। जिसमें कांग्रेस नेता राकेश यादव ने एमपीसीए पर नियमों को दरकिनार कर इवेंट कंपनी को ठेका देने का गंभीर आरोप भी लगाया था।
स्पोर्ट्समैन और समाजसेवी आनंद मिश्रा –
अब नर्मदापुरम के वरिष्ठ स्पोर्ट्समैन और समाजसेवी प्रेमकुटी, सदर बाजार निवासी आनंद मिश्रा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जिला एवं संभाग क्रिकेट संघों नर्मदापुरम में सब कुछ ठीक नहीं चलने सहित पारदर्शिता का अभाव और माफिया संस्कृति का हावी होना जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए प्रेस विज्ञप्ति जारी की हुई है। श्री मिश्रा ने विज्ञप्ति में बताया कि क्रिकेट संघ को सितंबर 2019 से लेकर 2022 तक कई पत्र लिखे आरटीआई में जानकारी भी मांगी किंतु एक भी पत्र का न तो जवाब मिला और ना ही आरटीआई का जवाब मिल सका। खिलाड़ियों के भोजन, आवास, चयन, टूर्नामेंटों में पुरस्कारों आदि में भ्रष्टाचार की शिकायते कर्मचारियो ने हमें दी है। समय की मांग है कि सन 2000_01 से लेकर 2022_ 23 की ऑडिट रिपोर्ट एवं बैलेंस शीट की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी से कराई जाए। इस बाबत शहर, जिला और संभाग के खेल प्रेमी जनता आवाज उठाएं और मुख्यमंत्री ,मुख्य सचिव सहित प्रधानमंत्री को पत्र लिखें। श्री मिश्रा ने विज्ञप्ति के माध्यम से अवगत कराया कि इस विषय को लेकर धरना प्रदर्शन,जंतर मंतर नई दिल्ली में करने से लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। सभी पदाधिकारियों, चयन समिति के सदस्यों की चल अचल सम्पत्तियो की भी जांच की मांग की जाएगी।