रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को मानहानि के मामले में 2 साल की सजा के ट्रायल कोर्ट द्वारा सुनाए जाने के 24 घंटे के भीतर ही लोकसभा सचिवालय द्वारा श्री गांधी की सदस्यता को रद्द कर दिया गया साथ ही उनका बंगला भी खाली कराने का नोटिस भी दिया गया। इस पूरी घटना को लेकर कांग्रेस इसे अडानी को बचाने के लिए पीएम मोदी पर लोकतंत्र का गला घोटने का आरोप लगाते हुए देशभर में कांग्रेस धरना प्रदर्शन कर आंदोलन कर रही है।
शुक्रवार को नर्मदापुरम जिला मुख्यालय पर प्रदेश महामंत्री एवं पूर्व विधायक सविता दीवान शर्मा ने पत्रकार वार्ता कर इस विषय पर कांग्रेस की रणनीति से अवगत कराया। अवगत कराया कि कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र को बचाने के लिए ब्लॉक, तहसील,मुख्यालय से लेकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर धरना प्रदर्शन आंदोलन करेगी।भाजपा सरकार के इस कृत्य के विरोध में शनिवार 1 अप्रैल को दोपहर 1:30 बजे से नए जयस्तंभ चौक पर नर्मदापुरम में जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में एक आम सभा का आयोजन किया जा रहा है। पत्रकारवार्ता में पूर्व जिला अध्यक्ष कपिल फौजदार, नेता प्रतिपक्ष अनोखीलाल राजोरिया , कांग्रेस नगर अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी, प्रदेश प्रवक्ता शिवराज चंद्रोल, पूर्व नगर अध्यक्ष अजय सैनी, भूपेंद्र थापक एवं अन्य कांग्रेसी उपस्थित रहे। पूर्व विधायक सविता दीवान शर्मा ने कहा कि 7 फरवरी 2023 को जब श्री राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषण में अदानी से संबंधित दो सीधे सवाल पूछे कि अडानी की सेल कंपनी में 20 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश कहां से आया? यह किसका पैसा है? और प्रधानमंत्री का अदानी से क्या रिश्ता है? जिसके बाद मानहानि के मामले में शिकायतकर्ता द्वारा उच्च न्यायालय में लगाई गई रोक को वापस लिया गया और 27 फरवरी को निचली अदालत में फिर से सुनवाई हुई और 23 मार्च को ट्रायल कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी ठहराया और 2 साल की सजा सुनाई। हमने न्यायालय के फैसले पर सवाल नहीं उठाया है। बल्कि हमने सजा सुनाए जाने के 24 घंटे के भीतर लोकसभा सचिवालय द्वारा राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने पर सवाल खड़ा किया है आपत्ति दर्ज कराई है। विपक्ष द्वारा जेपीसी से जांच की मांग पर भी सुनवाई नहीं हुई यह सावधानी को बचाने के लिए ध्यान भटकाने की साजिश है।