रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नर्मदा जयंती महोत्सव और नर्मदापुरम गौरव दिवस के अवसर पर 28 जनवरी को अनेक विकास कार्यों की सौगात देते हुए उज्जैन के श्री महाकाल लोक की तर्ज पर नर्मदापुरम लोक और नर्मदा कॉरिडोर बनाने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान की घोषणा पर अमल करते हुए कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। समिति का भी गठन हो चुका है और अब उज्जैन श्री महाकाल लोक का निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाली इंदौर की आरआर इंजीनियरिंग सर्विसेस कंपनी को नर्मदापुरम कॉरिडोर निर्माण के सर्वे कार्य की जवाबदारी सौंपी गई है। यह कार्य नगर पालिका परिषद के दिशा निर्देशन में शुरू हो चुका है। इंदौर की कंपनी के माध्यम से सर्वे कार्य कर रहे। कर्मचारी ने बताया कि सीजीपीएमएस नामक हाईटेक मशीन जो कि सेटेलाइट से चलती है, इसके माध्यम से
नर्मदा किनारे के सभी वार्डों का सर्वे किया जा रहा है। यह सर्वे हिंगलाज देवी मंदिर खर्राघाट से शुरू होकर सेठानी घाट, सर्किट हाउस घाट, विवेकानंद घाट, पोस्ट ऑफिस घाट से होकर नर्मदा के गोंदरी घाट तक किया जाएगा। सर्वे कार्य देर रात तक किया जाता है।सर्किट हाउस घाट तक सर्वे कार्य पूर्ण हो चुका है। इस मशीन के माध्यम से नर्मदा का वाटर लेवल और किनारे के मोहल्लों से नालियों के माध्यम से नर्मदा में मिलने वाले पानी के वाटर लेबल का मिलान किया जा रहा है। यह सर्वे कार्य करीब 10 दिनों तक निरंतर जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत के नेतृत्व में एसडीएम मोहिनी शर्मा, पीडब्ल्यूडी एसडीओ राजीव पाठक,सीएमओ नवनीत पांडे, विधायक प्रतिनिधि महेंद्र यादव, नपा ईई रमेशचंद्र शुक्ला,सब इंजीनियर दीक्षा तिवारी, महेंद्र तोमर नगरपालिका के इंजीनियर सहित अन्य अधिकारियों ने 3 मार्च को सेठानी घाट से बोट द्वारा पहले भोपाल मार्ग के नर्मदा ब्रिज हिंगलाज देवी मंदिर,खर्राघाट तक विजिट किया। जिसके उपरांत खर्राघाट से सेठानी घाट होकर हर्बल पार्क होकर गोंदरी घाट तक नर्मदा किनारे के घाटों का निरीक्षण कर अवलोकन किया जा चुका है।दूसरी तरफ सर्वे कार्य को लेकर नर्मदा किनारे के वार्डों में रहने वाले नागरिकों के बीच इस बात की चर्चा है कि नर्मदा घाट से कितनी दूरी तक की जगह नर्मदा कॉरिडोर के लिए आरक्षित की जाएगी? फिलहाल इंदौर की कंपनी द्वारा सैटेलाइट के माध्यम से वाडो का सर्वे कार्य हाईटेक मशीन द्वारा किया जा रहा है। जिसके माध्यम से नर्मदा नदी का वाटर लेवल और वार्डो का वाटर लेवल का मिलान किया जा रहा है। वैसे इस सर्वे का शुरुआती चरण बताया जा रहा है। बताया जाता है कि इंदौर की इसी कंपनी ने उज्जैन महाकाल मंदिर कॉरिडोर के श्री महाकाल लोक का सर्वे कार्य किया था। अब यह कंपनी नर्मदापुरम में नर्मदा लोक के लिए सर्वे कार्य कर रही है। नर्मदा लोक कॉरिडोर को लेकर नर्मदापुरम वासियों में काफी उत्सुकता देखी जा रही है।