अवकाश के कारण 3 दिन नहीं मिलेंगे तहसीलदार और नायब तहसीलदार
जनता से जुड़े कामों पर होगा प्रभाव
सिहोरा से रिजवान
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पूरे प्रदेश की तहसीलदार और नायब तहसीलदार कि दिवसीय तीन दिन सामूहिक अवकाश पर चले गए कल रात १२ बजे से सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप छोड़ दिए थे आज सुबह सभी जिला मुख्यालयों में पदस्थ तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने कलेक्ट्रेट में जाकर अपने गाड़ी जमा करा दिए हैं आज दोपहर बाद शासन की और प्रमुख सचिव ने तहसीलदारो के एक प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए आमंत्रित किया है संभवत: चर्चा के उपरांत कोई मार्ग निकल सकें और तहसीलदारों का प्रदर्शन स्थापित हो सके
तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने कलेक्टर ऑफिस में जाकर अपने २२ वाहन जमा किए
आज जबलपुर मैं भी तहसीलदार और नायब
तहसीलदारों कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर 22 गाड़ी जमा करा दिया है इसके को प्लॉट्स तहसील भवन में एकत्रित हो कर तहसीलदार और नायब तहसीलदार आगे की रणनीति बनाने के लिए बैठक भी की जिसमें विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार चर्चा की गई है तहसीलदारों का कहना है कि प्रमुख मांगों पूर्व में ही शासन तक पहुंचा दिया गया था लेकिन इसके अलावा भी विभिन्न जिलों में भी बहुत सारी छोटी समस्या है जिसके कारण तहसीलदारों के न्यायालयो
के कार्य भी प्रभावित होते हैं शासन का सभी कार्य ऑनलाइन हो चुका है लेकिन उसके बाद अधिकांश तहसीलदार न्यायालय में ऑपरेटर उपलब्ध नहीं कराए गए हैं कई स्थानों पर तहसीलदार और नायब तहसीलदार के पास वाहनों का भी समस्या है इसके अलावा कई तहसीलों में मूलभूत सुविधा का भी बहुत अभाव है जिसके कारण काफी परेशान का सामना करना पड़ता है एवं शासकीय कार्य को निष्पादित मैं भी अवरोध पैदा हो या है