गंज बासौदा से मुकेश चतुर्वेदी
*गंजबासौदा।* अयोध्या में 10 फरवरी से 18 फरवरी 2024 तक आयोजित होने जा रहे विराट 9009 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ की तैयारियों के संबंध में यज्ञ सम्राट कनकबिहारी दास महाराज ने शुक्रवार को स्थानीय बरेठ रोड़ स्थित रघुवंशी धर्मशाला में रघुवंशी समाज के बंधुओं से चर्चा करते हुए यज्ञ की तैयारियों में जुटने का आह्वान किया।
उन्होंने बताया कि 2024 में जब भगवान राम अयोध्या में अपने दिव्य और भव्य मंदिर में विराजमान होंगे तब 9009 कुंडीय श्री राम नाम की आहुतियां छोड़ी जा रही होंगी। यह हमारा सौभाग्य है कि हम राम के वंशज हैं। अयोध्या की पावन भूमि पर राजा दिलीप और सगर ने जो यज्ञ किए थे उसके बाद आज कलयुग में पहली बार विराट 9009 श्रीराम महायज्ञ होने जा रहा है जो भूतो ना भविष्यति होगा जिसकी गूंज विश्व पटल पर होगी। देशभर से जुड़ा रघुवंशी समाज विश्वकल्याण की भावना लिए एक मंडप के नीचे जब एक साथ राम नाम की करोड़ों आहुतियां
अग्नि में छोड़ेगा तब नजारा देखने वाला होगा। धर्मशाला में बैठक के दौरान पूर्व संसदीय सचिव अजय सिंह रघुवंशी पूर्व जनपद अध्यक्ष प्रहलाद सिंह रघुवंशी, फूल सिंह रघुवंशी, सरदार सिंह कूल्हा, रघुवीर सिंह, राजकुमार लालाजी, कपिल रघुवंशी, भवानी पटेल भुवन सिंह,.देवेंद्र रघुवंशी रामजी,नारायण सिंह,रोहित रघुवंशी, हिम्मत सिंह, सहित बड़ी संख्या में रघुवंशी समाज के बंधु मौजूद थे।
*500 एकड़ में बनेगी भव्य यज्ञशाला, 24 घंटे चलेगा भंडारा*
कनकबिहारी दास महाराज ने बताया कि उन्होंने अभी तक 108 कुंड से लेकर 1111,1212 कुंड तक यज्ञ किए हैं। 2 वर्ष पूर्व बद्रीनाथ में भगवान बद्रीनाथ की दिव्य प्रेरणा हुई कि अयोध्या में भगवान राम जब गर्भ ग्रह में विराजमान हों तब 9009 कुंड का यज्ञ अयोध्या की धरातल धरा पर हो। भगवान की प्रेरणा के बाद उन्होंने 9009 कुंडी यज्ञ का संकल्प लिया है। लखनदास बाबा ने बताया कि अयोध्या में यज्ञ मंडप में केवल 9 दिन ही आहुति या नहीं छोड़ी जाएंगी बल्कि साथ में 24 घंटे भंडारा भी चालू रहेगा। गांव गांव में रघुवंशी समाज के बंधु 1-1 बोरा गेहूं इकट्ठा कर अयोध्या भेजेंगे। वर्तमान में जहां मंदिर का निर्माण चल रहा है उससे 1 किलोमीटर दूरी पर लखनऊ कुशीनगर हाईवे पर यज्ञ की भूमि का चयन हुआ है जो कि सरयूजी के तट से लगी हुई है। यज्ञ शाला के लिए 500 एकड़ भूमि का चयन कर लिया गया है।
*एक अरब रूपए होगा खर्च, अब तक 4000 यजमानों ने कराया पंजीयन*
कनकबिहारी दास महाराज ने बताया कि यज्ञ में एक अरब रुपए खर्च होने का अनुमान है। उन्होंने मध्यप्रदेश के अलावा अन्य प्रांतों में रहने वाले रघुवंशी बंधुओं ने यज्ञ में बैठने के लिए अपनी सहमति दे दी है। संचार संसाधनों के माध्यम से देशभर के विभिन्न प्रांतों में निवासरत रघुवंशी समाज के लोग उनसे संपर्क में हैं अब तक 4000 बंधुओं ने अपना पंजीयन भी करा लिया है जिनको रसीद भी दे दी गई है। वह लगातार संपर्क कर रहे हैं। यज्ञ का समय नजदीक आने तक निर्धारित संख्या में सभी यजमान बन जाएंगे। 19 जून को अयोध्या के बैकुंठ धाम स्थान पर खुले आसमान के नीचे 4 माह के लिए चातुर्मास तपस्या पर बैठ जाएंगे। यज्ञ में शामिल होने वाले बंधुओं को रहने भोजन ठहरने की व्यवस्था समिति द्वारा की जाएगी। बैठक के दौरान कई रघुवंशी बंधुओं ने यज्ञ में बैठने के लिए अपना पंजीयन कराया जिस पर उन्हें रसीद दी गई है।