कटनी – (15 मार्च 2023) – गत दिवस मंगलवार 14 मार्च को जिला पंचायत के सभाकक्ष में जिला पंचायत की सामान्य प्रशासन सभा की बैठक का आयोजन हुआ। यह बैठक जिला पंचायत की प्रधान सुनीता मेहरा की अध्यक्षता में हुई। जिसमें जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा, जिला पंचायत के सीईओ शिशिर गेमावत सहित जिला पंचायत सदस्य कविता पंकज राय, रीना राकेश लोधी, संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री विश्वकर्मा ने बताया कि सामान्य प्रशासन सभा की बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी बिना अनुमति नदारद रहे। जिस कारण बैठक में विस्तृत समीक्षा प्रभावित हुई एवं विभिन्न विकास कार्यों, शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर जानकारी भी जनप्रतिनिधियों को नहीं मिल सकी। इस कारण सदन में जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी जाहिर की है। वहीं विभागीय अधिकारियों के जनप्रतिनिधियों के प्रति एवं संवैधानिक बैठकों में इस प्रकार के कृत्य पर वैधानिक कार्यवाही की चेतावनी भी जारी की गई है
मंगलवार को आयोजित सामान्य प्रशासन सभा की बैठक में गर्मियों के दौरान ग्रामीणों को सुलभ पेयजल प्राप्त हो सके, इस विषय पर चर्चा एवं समीक्षा की गई। जिसमें यह तथ्य सामने आया कि नलजल योजनाओं की स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत खराब है। पीएचई के अधिकारी गलत जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं। कई ग्राम पंचायतों नल जल योजना बंद पड़ी हैं, कई ग्रामों में कार्य अपूर्ण है, हैण्डपम्प भी बंद पड़े हुये हैं। ग्रामीणों की जल संबंधी शिकायतों को निराकरण करने में भी हीलाहवाली बरती जा रही है। इस अनियमितता एवं कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुये जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं अन्य सदस्यों ने इस विषय पर मुख्यमंत्री, पीएचई के वरिष्ठ कार्यालय को पत्राचार कर शिकायत दर्ज कराने की बात कही। इसी प्रकार जब जिले के शासकीय स्कूलों में पेयजल व्यवस्था को लेकर जानकारी चाही गई। इस पर बैठक में शिक्षा विभाग से कोई भी वरिष्ठ अधिकारी की उपस्थिति नहीं रही। जिला शिक्षा अधिकारी एवं डीपीसी बिना जानकारी के बैठक में अनुपस्थित रहे।
इसी प्रकार जिले में किसानों के लिये खाद, बीज एवं अन्य आवश्यक उर्वरक की उपलब्धता को लेकर समीक्षा हुई। विभागीय अधिकारी बगैर जानकारी के बैठक में पहुचे और जवाब प्रस्तुत न कर पाने पर अपनी गलती मानने के बजाय खुद सवाल करते नजर आये। इस विषय पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने स्पष्ट रूप से कहा कि जनप्रतिनिधियों की बैठकों को महज औपचारिकता ना समझा जाये। सभी विभाग पूर्ण जानकारी के साथ बैठक में उपस्थित रहें। संबंधित अधिकारी को स्पष्टीकरण के संबंध में आवश्यक कार्यवाही के लिये सीईओ जिला पंचायत श्री गेमावत को कहा गया है।
बैठक में जिला प्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र अजय श्रीवास्तव भी उपस्थित हुये। लेकिन कई बार उनके द्वारा बैठक की कार्यवाही को प्रभावित करने का प्रयास किया गया। इस अमर्यादित कृत्य पर इसकी सूचना प्रदेश स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रेषित करने के लिये सीईओ जिला पंचायत को कहा गया है।