कटनी- कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने सहित प्रसव के रेफरल प्रकरणों की निरन्तर समीक्षा की जा रही है।
कलेक्टर अवि प्रसाद ने स्वास्थ्य महकमें को दो टूक हिदायत दी है कि प्रसव के रेफरल प्रकरणों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने स्वास्थ्य अमले को कहा है कि संस्थागत प्रसव कराये जायें, अनावश्यक रूप से सामान्य प्रसव के मामलों को रेफर नहीं किया जाये। साथ ही गर्भवती महिला की ए.एन.सी के दौरान निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत सभी जांचें कराई जायें। इन सब मामलों में कोताही बरतने पर कड़ी कार्यवाही होगी।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि हम सबको जिंदगी बचाने का दायित्व नियति और सौभाग्य से मिला है। इसलिए आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की दिशा में सीमित संसाधनों के बाद भी बेहतर और कारगर प्रयास किये जाने चाहिए। स्वास्थ्य के मामले में जीरो टालरेंस की नीति पर अमल सुनिश्चित किया जाये।
उन्होंने समीक्षा के दौरान दो ए.एन.एम द्वारा गर्भवती महिला की एएनसी के दौरान मात्र दो ही जांच करने पर गहन नाराजगी जाहिर की और सी.एम.एच.ओ को निर्देशित किया कि संबंधितों से स्पष्टीकरण तलब किया जाये।
*इन्हें मिला नोटिस*
कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश के बाद सी.एम.एच.ओ. ने जिन दो ए.एन.एम को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उनमें उप स्वास्थ्य केन्द्र बरही की ए.एन.एम अलका पांडे और उप स्वास्थ्य केन्द्र पड़ुआ की ए.एन.एम आराधना सिंह शामिल हैं। इन दोनों ए.एन.एम से दो दिनों के भीतर जवाब तलब किया गया है। दोनों ए.एन.एम ने ही गर्भवती महिला की ए.एन.सी. के दौरान मात्र दो ही जांचे की थीं। जिस पर कलेक्टर श्री प्रसाद ने गहन अप्रसन्नता व्यक्त की है।