इटारसी । अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय में एक बाबू और अधिवक्ता जेपी शुक्ला के बीच पिछले दिनों हुए विवाद के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अधिवक्ता पर अभद्रता करने के आरोप लगाते हुए एसडीएम कार्यालय और तहसील कार्यालय के कर्मचारियों ने पहले परिसर में धरना दिया और उसके बाद कार्यालय की तालाबंदी करते हुए नर्मदापुरम मुख्यालय कलेक्टर को शिकायत करने हुए रवाना । वहीं दूसरी तरफ अधिवक्ता पर एफआईआर दर्ज होने से नाराज अधिवक्ता संघ ने थाने का घेराव किया और बाबू के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग संबंधी ज्ञापन सौंपने, सिटी थाना इटारसी का घेराव किया ।
यह है मामला —
सोमवार को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय के रीडर एआर राजन पिल्लई बाबू के साथ अधिवक्ता जेपी शुक्ला का विवाद हो गया था। विवाद के बाद कार्यालय में झूमाझटकी के हालात बन गए थे। मौके पर मौजूद अन्य लोगों ने उस समय तो मामला शांत करा दिया था। इसके बाद कर्मचारी की शिकायत पर अधिवक्ता जेपी शुक्ला पर प्रकरण दर्ज किया गया। मंगलवार को भी यह मामला ठंडा नही हुआ। राजस्व विभाग से जुड़े सभी कर्मचारियों ने कार्यालय परिसर में कलमबंद हड़ताल कर दी और धरना प्रदर्शन करने के बाद एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौपने के बाद सभी कर्मचारी कलेक्टर से मिलने अपने वाहनों से नर्मदापुरम मुख्यालय पहुंचे और वहां भी शिकायत की।
वकील थाने पहुंचे –
अधिवक्ता जेपी शुक्ला पर प्रकरण दर्ज होने की खबर सामने आने के बाद अधिवक्ता संघ भी अगबबूले हो गया। अधिवक्ता संघ के करीब एक सैकड़ा सदस्य थाने पहुंचे और आवेदन देकर पिल्लई बाबू पर भी कार्रवाई करने की मांग रखी गई।
किसने क्या क्या कहा –
अधिवक्ता जेपी शुक्ला ने हमारे कार्यालय में आकर हमसे अभद्रता की और जान से मारने की धमकी देते हुए शासकीय काम मे अवरोध डालते हुए शासकीय दस्तावेज फाड़ दिया था। हमने सिटी थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
संतोष गुरयानी , अध्यक्ष बार एसोसिएशन इटारसी –
हमारे अधिवक्ता साथी पर बिना जांच किये प्रकरण दर्ज किया गया है जो गलत है। हमने संघ के माध्यम से रीडर पर भी कार्रवाई करने की मांग की है। अगर संघ की मांग नही मानी जाती है तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा।
जेपी शुक्ला, अधिवक्ता-
हम पर जो आरोप लगाए गए हैं वे झूठे है। एसडीएम कार्यालय के रीडर पिल्लई बाबू द्वारा काम में लापरवाही की जाती है। हमारे प्रकरण के कागज दो बार गुमा दिए और जब हमने इस पर आपत्ति ली तो अभद्रता करने लगे। हमने किसी तरह की कोई अभद्रता नही की है।