सीमा कैथवास की रिपोर्ट
सोहागपुर । सोहागपुर के करनपुर
में अनंत श्री विभूषित पश्चिमाम्नाय द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी सदानन्द सरस्वती जी की पावन सन्निधि एवं पूज्य गुरुदेव आचार्य पंडित सोमेश परसाई जी के आचार्यत्व में आज से प्रारंभ हुए सवा करोड़ शिवलिंग निर्माण के प्रथम दिन पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री सोमेश परसाई जी ने शिव भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि कलयुग में श्रद्धा भाव से भगवान का नाम ले लेने मात्र से अनंत फल की प्राप्ति होती है । हट योग से जीवन बन जाता है और जीवन बिगड़ जाता है । जरा सी प्रतिकूल परिस्तिथि में हम भगवान को कोसने लगते है , हम स्वार्थी हो गए है हम भगवान से भी व्यापार करना चाहते है । हम नाना प्रकार की कबूलना करते है ये व्यापार ही तो है , वो परम पिता सबका पिता है उससे मांगने की क्या आवश्यकता है हम जिस वस्तु के योग्य है ईश्वर हमे स्वतः ही प्रदान कर देते है ।आचार्य श्री ने शिवाराधना का महत्त्व बताते हुए कहा कि भगवान शिव औघड़दानी हैं, भगवान शिव नवग्रहों के भी स्वामी है, शिवभक्ति करने वाले भक्तों पर ग्रहों की कुदृष्टि कभी नही पड़ती। कुंडली के दोषों को मिटाने का सामर्थ्य केवल भगवान शिव में हैं । कार्यक्रम का प्रारंभ स्वतिवाचन से हुआ ततपश्चात गौमाता का पूजन किया गया इसके पश्चात वैदिक विद्वानों द्वारा गणेश अम्बिका पूजन मंडल आदि पूजन तथा रुद्र पाठ हुआ ।कार्यक्रम के आयोजक ठाकुर हरगोविंद पुरविया जी ने ब्राह्मणों का पूजन किया । इसके पश्चात रुद्री निर्माण में नगर के शिव भक्तों ने बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया । इसके पश्चात भगवान शिव का संगीतमय रुद्राभिषेक हुआ ।भगवान को नाना प्रकार के रसों से स्नान कराया गया ।दूध दही घी शहद शक्कर आदि से भगवान का अभिषेक हुआ ।भगवान की दिव्य भस्म आरती एवं महाआरती की गई ।