सीमा कैथवास की रिपोर्ट
नर्मदापुरम । स्प्रिंगडेल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अंग्रेजी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए एक रचनात्मक मंच देना था। इससे उनके सार्वजनिक संवाद कौशल और आलोचनात्मक सोच को बढ़ाने में भी मदद मिलती है। निर्णायक मंडल के सदस्य रहे श्रीमती ममता गर्ग (प्रोफेसर एनएमबी कॉलेज नर्मदापुरम), भावना दुबे (शिक्षिका गर्ल्स स्कूल नर्मदापुरम), वैशाली गोहला (शिक्षिका गर्ल्स स्कूल नर्मदापुरम) प्रतियोगिता में 30 विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की। प्रतियोगिता का विषय था “इंटरनेट विद्यार्थियों के लिए श्रेष्ठ है या नहीं” सभी प्रतिभागियों ने विषय पर स्पष्ट बात की। प्रत्येक प्रतियोगी ने अपने विचारों को बहुत आत्मविश्वास, स्पष्टता और सही आवाज के साथ प्रस्तुत किया। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण शिक्षा व्यवस्था का आधुनिकीकरण उसकी उपयोगिता रहा। निर्णायक मंडल द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर प्रतिभागियों ने बहुत आत्मविश्वास और वाकपटुता से दिया जिससे विद्यार्थियो की गहरी समझ प्रकट हुई। सत्र पूरी तरह से सूचनात्मक और विचार करने का विषय और ज्ञानवर्धक था इसमें छात्रों के मंच कौशल का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा। कार्यक्रम दौरान प्रत्येक वक्ता विशाल दृष्टिकोण के साथ मजबूत तर्क देने की कोशिश कर रहा था। कार्यक्रम के अंत में छात्रों को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। प्रथम पुरस्कार श्रेया दुबे (कक्षा 9), वेद प्रताप सिंह राजपूत (कक्षा 9), आयुष्मान चटर्जी (कक्षा 6) , द्वितीय पुरस्कार आराध्य शर्मा (कक्षा 6), तीसरा पुरस्कार चित्रांशी कीर (कक्षा 8) को मिला। कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथि जिन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए विचार व्यक्त किए और कहा कि बच्चों में अनुशासन सर्वोपरि होता है। इस शाला में सभी बच्चों में यह गुण देखा गया और उन्होंने सभी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम सबसे अलग होता है क्योंकि प्रतिभागी अपनी वक्ता भूमिका के तहत खुद के पसंद के विषय प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने सभी शिक्षकों व प्रिंसिपल श्रीमती मोना चटर्जी के बच्चों समर्पित भाव की प्रशंसा भी की। वाद विवाद प्रतियोगिता बच्चों में आत्मविश्वास, विचारों की स्पष्टता और सही आवाज की समझ विकसित करता है यह बात श्रीमति मोना चटर्जी ने कही।
कार्यक्रम के प्रभारी शिक्षिका श्रीमती अरुणा सराठे, श्रीमती शीतल कांकले व श्रीमती महिंदर कौर थीं। कार्यक्रम का संचालन छात्रा प्रतिभा मीना के द्वारा किया गया आभार प्रदर्शन श्रीमती अरुणा सराठे द्वारा किया गया।