कटनी (6 फरवरी)- कटनी निवासी वंदना मिश्रा अपने 11 वर्षीय बेटे आदि मिश्रा के आधार कार्ड बनवाने हेतु 6-7 बार आधार केंद्र में जाकर पंजीयन करा चुकीं थी, परंतु लगातार पंजीयन रद्द हो जाते थे । ऐसे में बात कलेक्टर अवि प्रसाद के पास तक पहुची। कलेक्टर के निर्देश के बाद आधार केंद्र द्वारा पावती की जाँच उपरांत श्रीमती मिश्रा को आदि के आधार में बायोमेट्रिक सस्पेंड होने की जानकारी दी गई । कई प्रयासों के उपरांत भी आधार कार्ड ना मिल पाने से परेशान वंदना ने बताया कि बेटे के आधार कार्ड ना होने से शैक्षणिक कार्य में बाधा आ रही है।
संवेदनशील कलेक्टर द्वारा मामले को त्वरित संज्ञान में लेते हुए ज़िला प्रबंधक ई-गवर्नेंस सौरभ नामदेव को मामले की जाँच कर तत्काल निराकरण के निर्देश दिये ।
कलेक्टर के निर्देशों के अनुरूप ज़िला प्रबंधक ने तत्काल मामले में पूरी जानकारी लेते हुए यूआईडीएआई को ईमेल कर फ़ोन के माध्यम से जानकारी प्रदान की एवं सहायक प्रबंधक हेमंत चतुर्वेदी को प्रति दिवस फ़ॉलोअप लेने के निर्देश दिये । ई-गवर्नेंस कार्यालय द्वारा यूआईडीआई से निरंतर फ़ॉलोअप में अंतिम पंजीयन क्रमांक की सहायता से पाया गया कि बायोमेट्रिक सस्पेंड होने के कारण पूर्व में किए गये समस्त पंजीयन निरस्त हुए हैं ।
मामले की अग्रिम जांच उपरांत यूआईडीएआई के प्रतिनिधि द्वारा बताया गया कि आवेदिका के बेटे का आधार क्रमांक पूर्व से ही जनरेट हो चुका है किन्तु बायोमेट्रिक अपडेट नहीं किए जाने से आधार सस्पेंड हो गया है।
कलेक्टर अवि प्रसाद के विशेष प्रयासों से माँ वंदना मिश्रा को उनके बेटे का सस्पेंडेड आधार क्रमांक उपलब्ध कराया गया एवं आधार केंद्र में भेज कर बायोमेट्रिक अपडेट कराये गये ।
पूरी प्रक्रिया उपरांत सोमवार को जब आदि मिश्रा के आधार कार्ड बन जाने की खबर विभाग द्वारा माँ वंदना को दी गई तो वह बेटे सहित कलेक्टर अवि प्रसाद का आभार व्यक्त करने कलेक्टर कार्यालय पहुँचीं, जहां कलेक्टर अवि प्रसाद ने आदि मिश्रा को उसका आधार कार्ड सौंपा ।