अपर कलेक्टर संस्कृति जैन ने इस मौके पर कहा कि समाज में महिला सशक्तिकरण के लिए पुरुष वर्ग की भूमिका और सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण है। महिला सशक्तिकरण को पुरुष वर्ग से किसी प्रतिस्पर्धा का हिस्सा नहीं बनना चाहिए। समाज की मानसिकता में परिवर्तन और पुरुष वर्ग के सहयोग से ही वास्तविक रूप से महिला सशक्तिकरण किया जा सकता है। अपर कलेक्टर संस्कृति जैन ने अपना उदाहरण देते हुए बताया कि वह अपने परिवार में सिंगल चाइल्ड गर्ल रही हैं। लेकिन परिवार और समाज में उन्हें लड़का-लड़की के भेदभाव का कभी एहसास नहीं होने दिया। इस मौके पर 18 जनवरी से 24 जनवरी तक चले राष्ट्रीय बालिका दिवस सप्ताह की खेल एवं रचनात्मक प्रतिस्पर्धा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं तथा विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने वाली बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
इनमें स्लोगन में प्रथम आयुषी तिवारी, द्वितीय मान्य खरे, तृतीय मेघा प्रजापति, पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम अनुश्री यादव, द्वितीय प्रार्थना पांडेस, तृतीय दिव्या राय, ड्राइंग में प्रथम लक्ष्मी सोनी सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान में दुर्गा त्रिपाठी, अनामिका रैदास, आकृति साहू, पल्लवी राठौड़, खुशी सिंह, छाया सिंह, आयुषी सिंह, शांभवी मिश्रा, तृप्ति प्रजापति, कोमल कुशवाहा, वैभवी मिश्रा, अदिति शर्मा, अन्वीक्षा वर्मा, निशिका भगत, अदिति कुशवाहा, अनामिका सिंह, कोमल मिश्रा, कृपा मिश्रा, कलश शर्मा, असमी भारती, आयुषी मिश्रा, शिरीन खान, प्रगति श्रीवास्तव, भाव्या गर्ग, सुचिता पांडेय, वेदशिखा सिंह चौहान, श्रुति गौतम, निकिता सिंह चंदेल, लवी कुशवाहा, जिज्ञासा जैन, प्रियांशा वाधवानी, श्वेता टेकचंदानी, अंजली रजक, सिद्धिमा खत्री एवं अर्पिता त्रिपाठी को सम्मानित किया गया