कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले द्वारा आज सीएम राईज स्कूल गुरैया का आकस्मिक निरीक्षण किया गया । उन्होंने निरीक्षण के दौरान कक्षा पहली, दूसरी व 10वीं के छात्र-छात्राओं के कक्षों में जाकर उनसे चर्चा की और उनकी पढ़ाई के संबंध में जानकारी प्राप्त की । उन्होंने रसोई कक्ष में भोजन की गुणवत्ता देखने के साथ ही निर्माणाधीन भवनों व अतिरिक्त स्कूल भवन स्थल का निरीक्षण भी किया । इस दौरान एसडीएम श्री अतुल सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.एस.बघेल, तहसीलदार श्री अजय भूषण शुक्ला, अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण श्री राहंगडाले, शाला के प्राचार्य श्री अब्दुल हक खान, बिल्डिंग डिजाईन कार्पोरेशन के अधिकारी और अन्य अधिकारी साथ में थे।
कलेक्टर श्रीमती पटले ने कक्षा 10वीं की विज्ञान की छात्राओं से 2 अलग-अलग कक्षों में जाकर चर्चा की और उनके परीक्षा परिणामों की जानकारी प्राप्त की । प्राचार्य ने बताया कि गत वर्ष कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम 64 प्रतिशत रहा है । इस पर कलेक्टर ने परीक्षा परिणाम बढ़ाने और शैक्षणिक गुणवत्ता पर ध्यान देने के निर्देश दिये । उन्होंने कक्षा पहली के 2 कक्षों और कक्षा दूसरी के एक कक्ष में जाकर छात्र-छात्राओं से चर्चा की और उनकी पढ़ाई के संबंध में जानकारी प्राप्त की । उन्होंने छात्र-छात्राओं की कॉपियों को भी देखा । कक्षा दूसरी के कक्ष में स्मार्ट टी.व्ही.के संबंध में प्राचार्य ने बताया कि छात्र-छात्राओं को स्मार्ट टी.व्ही.के द्वारा भी शैक्षणिक गतिविधियां भी जोड़ा गया है तथा अन्य कक्षों में भी स्मार्ट टी.व्ही. लगाई जायेगी । उन्होंने रसोई कक्ष में बन रहे भोजन को देखा तथा रसोईयों द्वारा बनाई गई पुलाव और कढ़ी की गुणवत्ता अच्छी नहीं पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये भोजन की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करने और विद्यार्थियों को निर्धारित मैनू के अनुसार बेहतर गुणवत्ता का भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये । उन्होंने स्कूल परिसर के भीतर निर्माणाधीन नये भवन का निरीक्षण भी किया और लोक निर्माण के अधिकारी व संबंधित ठेकेदार को एक भवन फरवरी माह और दूसरा भवन मार्च माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिये । उन्होंने स्कूल भवन के सामने सीएम राईज स्कूल भवन निर्माण के लिये आवंटित अतिरिक्त स्थल और उस पर बनाये जाने वाले भवन के नक्शे का अवलोकन भी किया तथा बिल्डिंग डिजाईन कार्पोरेशन के अधिकारी को नक्शे में प्लेग्राउंड और अन्य व्यवस्थाओं की कमी पाये जाने पर इसे दूर करने और भवन की डिजाईन में सुधार के निर्देश दिये