सीमा कैथवास की रिपोर्ट –
नर्मदापुरम । नर्मदापुरम जिला मुख्यालय पर जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर की बहुमंजिला इमारत को यहां पर लगाएं गए होर्डिंग से पाट दिया गया है। क्या जिला प्रशासन के निर्देशन में नगर पालिका प्रशासन इन होर्डिंग को हटाएगा ? किसकी परमीशन से यह होर्डिंग लगाएं गए हैं पर भी बड़े सवाल ? चौराहों की सुंदरता के साथ साथ रसूखदारो के इन होर्डिंग पर भी कारवाही होना चाहिए , जो मानव जीवन की सुरक्षा करने वाले जिला अस्पताल के भवन को ही छुपा दे रहे हैं ? माननीय कलेक्टर साहब से आग्रह है कि ऐसे होर्डिंग की जॉच सहित हटवाने के दिशा निर्देश देवे ? पूर्व में नर्मदापुरम शहर के होर्डिंगस को लेकर उच्च न्यायालय जबलपुर में पिटीशन भी लगाई जा चुकी है। इस विषय की भी जॉच कराई जावे की इन होर्डिंगस से नगर पालिका को प्रतिमाह कितनी आमदनी हो रही है? अन्यथा शासकीय अस्पताल को होर्डिंग मुक्त किया जाना चाहिए। और जिन रसूखदारों के संरक्षण में लगवाए है उनसे भी राजस्व की वसूली की जानी चाहिए। शहर में कुल कितने होर्डिग्स लगे हैं ?
किन किन विभागो से किस स्थान के लिए और कितनी साइज की परमीशन ली गई है? नगर पालिका में कितनी राशि जमा कराई गई है? उच्च न्यायालय जबलपुर को पिटीशन पर क्या जबाव भेजा गया है ? कौन कौन अधिकारी कर्मचारी इसके लिए जिम्मेदार है ? यदि नगर पालिका को इनसे पैसा नहीं मिल रहा है तो कौन लोग वसुली कर रहे हैं ? नगर पालिका को होने वाली राजस्व हानि के लिए कौन जिम्मेदार है ? अनसुलझे सवाल खड़े है , जिसकी जॉच होना चाहिए।