प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम / आज जैन समाज महिलाएं पुरुष एवं बच्चे एकत्र होकर कलक्ट्रेट के मुख्य गेट पर द्रोपदी मुर्मु राष्ट्रपति महोदया , नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री, अमितशाह गृहमंत्री, भूपेन्द्र यादव पर्यावरण मंत्री, हेमन्त सोरेन मुख्यमंत्री झारखण्ड सरकार, शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश सरकार को संबोधित कर कलेक्टर के नाम पर अपर कलेक्टर मनोज ठाकुर को एक ज्ञापन दिया। जिसमें उल्लेख किया कि तीर्थराज श्री सम्मेदशिखर जी सिद्ध क्षेत्र को पर्यटन एवं इको क्षेत्र बनाये जाने से अधि सूचना तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाये। झारखण्ड राज्य के गिरीडीह जिले में स्थित पर्वत क्षेत्र श्री सम्मेद शिखर जी तीर्थ क्षेत्र देश ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व में बसे हुए जैन धर्मावलंबियों का सबसे बड़ा तीर्थ क्षेत्र एवं जैन आस्था का केन्द्र है। इस पावन धरा से 20 तीर्थकर एवं करोड़ो मुनि आचार्यगणा द्वारा मोड़ा पद / निर्वाण पद प्राप्त किया है। अतः इस पवित्र एवं शास्वत भूमि के महासत्व से आप अपरिचित नहीं है ऐसा सकल जैन समाज नर्मदापुरम मानती है। कुछ समय पूर्व झारखण्ड सरकार द्वारा एक सोची समझी रणनीति के तहत इस पवित्र क्षेत्र को पर्यटन स्थल / इको जोन घोषित करने का पडयंत्र कर जैन समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है। देश के सर्वाधिक शिक्षित एवं सभ्य समाज को आंदोलन हेतु विवश किया है जबकि किसी भी पवित्र स्थल की पवित्रता बनाये रखना समाज के साथ-साथ सरकार की भी जिम्मेदारी है। किन्तु झारखण्ड सरकार द्वारा अपनी जिम्मेदारी से विपरीत कार्य करते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि एक सभ्य समाज को आंदोलित करने का प्रयास किया जा रहा है एवम देश के सर्वांगीण विकास में जैन समाज के योगदान से आप अनभिज्ञ नहीं है। सेवा परोपकार अहिंसा, दया, क्षमा करुणा इस धर्म के मूल सिद्धांत हैं। हम दोनों हाथों से बाटते आये हैं। लेकिन अपने लिए कभी भी किसी भी शासकीय योजनाओं का लाभ या सरकार से कोई अपेक्षा नहीं की है।तीर्थराज सम्मेदशिखर जी सिद्ध क्षेत्र जो कि हमारे तीर्थकरों की निर्माण भूमि है। इस क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने से क्षेत्र की पवित्रता पर विपरीत असर पड़ेगा। ज्ञापन देते समय तहसीलदार शैलेंद्र बडोनिया भी मौजूद रहे।