सिहोरा से रिजवान मंसूरी खास रिपोर्ट
सिहोरा मंडी मै कमीशन का खेल चालू
2/प्रतिशत मुद्दत काटकर किसान को किया जाता है पेयमेंट
अनाज व्यपारी हो रहे मालामाल
किसान हो रहे कंगाल
सिहोरा
विगत दिवस सिहोरा मंडी में किसान मनोज पटेल ने जय भवानी फर्म को कृषि उपज बेचीं लेकिन 66 हजार भुगतान के वक्त फर्म के पार्टनर नरेश सहजवानी ने मुद्दत काटकर भुगतान किया ! मुद्दत काटना अवैधानिक है और किसान का शोषण है पीड़ित किसान ने जबलपुर कलेक्टर मंडी प्रशाशन एवं सिहोरा एसडीएम को लिखित शिकायत सौंपी गई आशीष पांडेय को लिखित शिकायत सौंपी लेकिन व्यपारी की तगड़ी सेटिंग के चलते चार दिन बीतने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई
मुद्दत का खेल वर्षों पुराना है
आंकड़े बताते है की सीजन में यहाँ लगभग 6 हजार क्विंटल गेंहू रोजाना विक्रय होता है यानी लगभग 12 करोड़ का भुगतान किया जाता है
इसका 2/प्रतिशत कमीशन 24 लाख रुपये होता है
किसानो के खून पसीने की कमाई से ये व्यपारी लाखों में खेल रहे है
नीचे से ऊपर तक कमीशन का खेल चल रहा है नेता अफसर और मंडी प्रशाशन किसान की छाती को चीर रहे है
भर्ष्टाचार का दानव हंस रहा है
किसान खून के आंसू रो रहा है
किसान नेता प्रमोदे ठाकुर का कहना है की किसान का भुगतान मंडी प्रांगड़ में ही होना चाहिए
यदि व्यपारी का लायसेंस निरस्त नहीं होता है तो किसान धरना पर बैठ जायेंगे