जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में कलेक्टर के निर्देश
कटनी। तालाबों से किसानों को सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराने की विस्तृत कार्य योजना तैयार की जाए । जहां आवश्यक हो उन तालाबों का जीर्णोद्धार कराएं ।साथ ही बहोरीबंद के शांति नगर तालाब में पानी के रिसाव की जांच कर तालाब की मरम्मत की जाए।तदाशय के निर्देश कलेक्टर अवि प्रसाद ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को दिए।
बैठक में जल संसाधन ,नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, मत्स्य पालन , कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि किसानों को फसल सिंचाई के लिए तालाबों से पर्याप्त पानी देना सुनिश्चित किया जाए। ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। इस कार्य में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में सिंचाई तालाबों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री प्रसाद ने ढीमरखेड़ा विकासखंड के गजनंदा तालाब और किसगी तालाब के जीर्णोद्धार कार्य का प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि कटनी जिले के जल संसाधन विभाग के अंतर्गत एक मध्यम, 90 लघु, इस प्रकार कुल 91 जलाशय ,13रेगुलेटर, 5 प्रत्यावर्तन ,4वियर,5 एनीकट,एवं चार उद्वहन सिंचाई योजनाएं हैं। इस प्रकार जिले में कुल 122 सिंचाई योजनाएं निर्मित है।क इनकी रूपांकित,निर्मित सिंचाई क्षमता खरीफ 26हजार68 हेक्टेयर, रबी 12552 हेक्टेयर को मिला कर कुल 38हजार620 हेक्टेयर है। इन योजनाओं में से 4 उद्वहन सिंचाई योजनाएं शासन के निर्देशानुसार बंद होने के कारण तथा 10 जलाशय, अधिकांश रेगुलेटर, प्रत्यावर्तन, वियर एवं एनीकट विगत कई वर्षो से सींपेज व क्षतिग्रस्त होने के कारण विगत कई वर्षो से सिंचाई नहीं कर रहे है। जून 2022 में एक नया कलरहाई जलाशय विकास खंड बहोरीबंद तथा विधान सभा क्षेत्र बहोरीबंद का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। जिससे इस वर्ष 160 हैक्टेयर क्षेत्र में सिचाई प्रस्तावित हैं। जिले की औसत वार्षिक वर्षा 1124.40 मि. मी. है।, जिसके विरूद्ध चालू वर्ष 2022 में 953.50 मि.मी. वर्षा हुई है, जो कि लगभग 85 प्रतिशत है। जिससे रूपांकित उपयोगी जल भण्डारण क्षमता 171.67 मि.घन.मी. के विरूद्ध 93.45 मि. घन.मी. जलाशयों में जल संग्रहित हुआ है।जो कि लगभग 55 प्रतिशत है।
वर्ष 2022 में खरीफ सिंचाई हेतु निर्धारित लक्ष्य 3600 हेक्टेयर के विरूद्ध 3438 हेक्टेयर क्षेत्र में अब तक सिंचाई की गई है। अद्यतन स्थिति में 86.04 मि.घन.मी. यानि 50 प्रतिशत पानी शेष बचा है। वर्ष 2022-23 में 17142 हेक्टेयर में रबी सिंचाई हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है,। जिसके विरूद्ध अब तक 1565 हेक्टेयर रबी फसल में सिंचाई की गई है तथा रबी सिंचाई का कार्य प्रगति पर है।