प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ का आठवां राष्ट्रीय अधिवेशन 11, 12 एवं 13 नवम्बर 2022 को बेंगलुरु कर्नाटक में आयोजित किया गया। इस अधिवेशन में देश के 28 राज्यों के लगभग 3000 प्रतिनिधियों एवं पदाधिकारी गण सम्मिलित हुए। शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय अधिवेशन में उपस्थित पदाधिकारियों के समक्ष मध्य शिक्षक संघ नर्मदापुरम संभाग के अध्यक्ष विनोद मालवीय ने देश भर के शिक्षकों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू किए जाने के साथ-साथ शिक्षकों को योग्यता अनुसार पदोन्नति व पदनाम दिए जाने का मुद्दा रखा। उक्त आशय की जानकारी राष्ट्रीय अधिवेशन बेंगलुरु कर्नाटक में शामिल संतोष शर्मा बीआरसीसी ने देते हुए बताया कि अधिवेशन में महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी सिंघल क्षेत्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन एकात्मक जनसंख्या नीति के निर्माण गुणवत्ता एवं गरिमा पूर्ण शिक्षा हेतु समुचित संसाधनों की व्यवस्था और शिक्षा एवं शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण का प्रस्ताव रखा। जिसमें प्रमुख रुप से ओल्ड पेंशन स्कीम पदोन्नति एवं पदनाम देने के साथ-साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति को संपूर्ण देश में एक समान रूप से लागू करने के साथ अन्य मांगे सरकार से की गई। राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन कर्नाटक राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई एवं केंद्रीय मंत्री भारत सरकार प्रह्लाद जोशी ने किया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के प्रांत अध्यक्ष लच्छीराम इंगले एवं महामंत्री क्षत्रवीर सिंह राठौर, राजीव शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के 8 वें अधिवेशन में मध्य प्रदेश शिक्षक संघ नर्मदापुरम संभाग के तीनों जिलों के 10 प्रतिनिधियों ने संभागीय अध्यक्ष विनोद मालवीय के नेतृत्व में भाग लिया। जिनमें प्रमुख रूप से श्याम रघुवंशी, दिलीप गीते, राजेश दाते, राजश्री मरकाम, भगवती सिंह, हरिओम कुशवाहा, बीआर ठाकरे, मुन्नालाल खातरकर आदि शिक्षक उपस्थित थे।