विदिशा जिला ब्यूरो मुकेश चतुर्वेदी
गंजबासौदा गौ हत्या रोकने के लिये संसद पर ऐतिहासिक प्रदर्शन हुआ जिसमें देशभर के लाखों गौभक्त साधु-संतों ने भाग लिया। तत्कालीन सरकार ने इन निहत्थे गौभक्तों पर गोलियां चलवा दी जिसमें हजारों गौभक्त शहीद हुये उसी बलिदान की याद में शहीद गौभक्तों, गौसेवकों, गौपालकों एवं नगर में सन 2003 में हुये गौ रक्षा आंदोलन में झूठे आरोप लगाकर फसायें गये निर्दोष गौसेवकों का सम्मान कार्यक्रम कृष्णा गार्डन नया बस स्टेण्ड पर आयोजित किया गया कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानी, मीसाबंदी, श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के कारसेवको का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अखिल भारत वर्षीय धर्मसंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित शशि सुंदर जी औदिच्य ने बताया उन शहीद गौभक्तों की याद में आज भी बार-बार आंखे नम हो जाती हैं। आज तक के इतिहास में आजाद भारत का सबसे बड़ा नरसंहार था जिसमें निहत्थे साधु-संतों पर गोलियां चलाई गई। हजारों की संख्या में गौभक्त शहीद हुये फिर भी गौ हत्या पर प्रतिबंध न लगना यह सरकार की बहुत बड़ी भूल है। उन्होंने समाज को आगह किया गौ बचेगी तो ही देश बचेगा। गौ हमारी संस्कृति का मूल आधार है। हम सबको गौ बचाने के लिये कम से कम एक गाय तो हर घर में पालना ही चाहिये। पूर्व संसदीय सचिव अजय सिंह रघुवंशी जी ने कहा गौ शालायें गौमाता का घर नहीं है। उनका असली घर किसान का घर है। हमको केवल गौ पूजन के समय ही गौ की याद आती है बाकी समय हम गौ को भूल बैठे है। नगरपालिका अध्यक्ष शशि यादव ने बताया गौमाता घर की माता बहिन बेटी के समान है। हम सबको मिलकर उसका सम्मान उनकी देख-रेख उसी तरह करना चाहिये जैसे अपनी मां और बहिन बेटी की करते है। हिन्दू जागरण मंच के प्रांत सहप्रमुख बेटी बचाओं श्री कृष्ण तिवारी ने गौ हत्या रोकने के लिये किये गये ऐतिहासिक आंदोलन की भूमिका रखीं। विश्व हिन्दू परिषद् के प्रांत सह गौसेवा प्रमुख नीलेश अग्रवाल ने गौमाता की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुये समाज और सरकार को सुझाव दिये। कार्यक्रम का संचालन रश्मी रघुवंशी ने एवं आभार श्यामपाल सिंह रघुवंशी ने व्यक्त किया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. राकेश सिंह जादौन, देवेन्द्र वर्मा, सुनील यादव, बाबूराम सचान, दौलतराम खटीक, नेमीचंद जैन, राजकुमार भावसार, कपिल रघुवंशी, श्रीमति ज्योति रघुवंशी, श्रीमति सरिता रघुवंशी, श्रीमति कृष्णादेवी रघुवंशी सहित अनेक लोग उपस्थित थे।