प्रदीप गुप्ता/नर्मदापुरम/ मध्यप्रदेश का 67वां स्थापना दिवस जन-उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। स्थापना दिवस एक नवम्बर से 7 नवम्बर तक रचनात्मक गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी। बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष स्थापना दिवस की तैयारियों के संबंध में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर श्री सिंह ने स्थापना दिवस समारोहपूर्वक बनाएं जाने के संबंध में सभी एसडीएम एवं विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम, अपर कलेक्टर मनोज सिंह ठाकुर सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि स्थापना दिवस पर कार्यक्रमों की श्रंखला में एक नवम्बर को सुबह जिले के सभी तहसील मुख्यालय पर में जन अभियान परिषद के माध्यम से प्रभातफेरियाँ निकाली जायेंगी। जिला मुख्यालय सहित ब्लॉक एवं पंचायत स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित होंगे। जिनमें राज्य स्तरीय कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा। जिला मुख्यालय पर शाम को नर्मदा महाविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि जन अभियान परिषद एवं शिक्षा विभाग आपस में समन्वय कर 1 नवंबर को बेहतर ढंग से प्रभातफेरियों का आयोजन किया करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वार्ड में प्रभात फेरी का आयोजन मध्यप्रदेश गान के साथ शुरू किया जाए एवं प्रभातफेरी के समाप्ति पर मध्यप्रदेश के महत्व से संबंधित गतिविधियां आयोजित करें। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जिले के सुप्रसिद्ध साहित्यकारों की रचनाओं का पाठ भी किया जाए। साथ ही स्थानीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वीर गाथा पर भाषण प्रतियोगिता भी आयोजित करें। मध्यप्रदेश के गौरव पर केंद्रित लोक नाट्य एवं लोक नृत्य की प्रस्तुतियां भी की जाएं। इस क्रम में दो नवम्बर को लाड़ली लक्ष्मी योजना की लाड़लियों और उनके माता-पिता के सम्मेलन किए जाएगा। कलेक्टर श्री सिंह ने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग को जिले में शासन के निर्देशानुसार लाडली लक्ष्मी पथ एवं लाडली लक्ष्मी वाटिका चिन्हित कर कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि तीन नवम्बर को सुबह 7 बजे से 10 बजे तक स्वच्छता गतिविधियां आयोजित करें। इस दिन शाम के शाम के समय समस्त ग्राम पंचायतों एवं शहर के महत्वपूर्ण स्थलों पर 67 दीप भी प्रज्ज्वलित किए जाएं। इसी दिन से ग्रामीण खेल प्रतियोगिता और व्यंजन प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की जाए। चार नवम्बर को “एक जिला-एक उत्पाद” पर जिले में पर्यटन संबंधी गतिविधियाँ संचालित होंगी। साथ ही रोजगार मेले भी लगाए जाएंगे। पाँच नवम्बर को प्रदेश के गौरव पर केंद्रित नाटक, लोक नृत्य और जननायकों पर प्रतियोगिताएँ होगीं। छह नवम्बर को सभी जिलों में वृक्षा-रोपण, जल- संरक्षण, ऊर्जा की बचत और पर्यावरण पर केंद्रित गतिविधियाँ की जाएंगी। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि कार्यक्रमों की श्रंखला में सात नवम्बर को जिला मुख्यालयों और राज्य स्तर पर हुई प्रतियोगिताओं और खेल गतिविधियों के विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। इसी दिन सभी जिला मुख्यालयों पर सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय परिवेश की सांस्कृतिक गतिविधियों को विशेष रूप से सम्मिलित किया जाएगा। ग्राम स्तर पर हुई प्रतियोगिताओं के पुरस्कार ग्राम स्तर पर ही वितरित किए जाएंगे। मध्यप्रदेश गान के प्रति लगाव और सम्मान के उद्देश्य से भी गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी। कलेक्टर श्री सिंह ने सभी एसडीएम एवं संबंधित जिला अधिकारियों को उक्त कार्यक्रमों की समुचित तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।