प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/यूथ कांग्रेस विधानसभा (सिवनी मालवा) महासचिव अखिलेश पांडे ने बताया कि दुर्गागाढ़ा में स्थित नदी पर नवीनतम पुल के निर्माण की मांग स्थानीय लोगों एवं आसपास के क्षेत्र वासियों द्वारा लगातार शासन और प्रशासन से की जाती रही है। लेकिन प्रशासन है कि कंबल ओढ़ कर सोया हुआ है। जिसका परिणाम यह हुआ कि इस बारिश के मौसम में ग्राम पंचायत भट्टी नए गांव सेमरी को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग में स्थित नदी का पुल अपने आधार स्तंभ से अलग हो गया जिसके कारण बीते लगभग दो महीने से इस नदी से आवागमन प्रशासन द्वारा किसी आकस्मिक घटना के कारण बंद कर दिया गया। लेकिन सिर्फ आवागमन बंद कर देने से समस्या का समाधान नहीं होता है इस आवागमन को बंद कर देने से और कोई वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था ना करने से भट्टी नए गांव सेमरी ढाबा ग्राम पंचायत के किसानों की लगभग हजारों एकड़ जमीन जिस पर वह काश्तकारी करते हैं। देखरेख के अभाव में खराब हो रही है और प्रशासन है कि पूरी तरह से सोया हुआ है इसी बात को और किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए आसपास क्षेत्र के ग्रामीण जो कि सामने आए हैं और शासन की इस आलसी व्यवस्था का प्रखर विरोध करने के मूड में है। युवा समाज सेवक रामकुमार वर्मा ने बताया केसला सीईओ पहले ही समस्या को समक्ष रख दिया गया था। एवम बता भी दिया है कि अगर 7 दिवस के अंदर किसी वैकल्पिक व्यवस्था का निर्माण किसानों के लिए और उनकी जीवनदायिनी फसल के लिए नहीं किया गया तो वह अनिश्चितकालीन नदी में जल सत्याग्रह पर बैठेंगे। युवा ग्रामीण यूथ कांग्रेस महासचिव सिवनी मालवा अखिलेश पांडे ने बताया वहीं दिलचस्प बात यह है कि इस तरफ सत्ताधारी पक्ष के नेताओं का कोई रुझान नहीं आया है, कि वह किसानों के हित में शासन और प्रशासन से मांग कर सके कि किसानों का हित किसी तरह से वंचित ना रहे। जबकि जिले से लेकर प्रदेश तक में सत्ताधारी भाजपा की सरकार है और किसी ऐसी व्यवस्था का निर्माण क्यों नहीं किया जाता जैसा कि सुखतवा नदी पर पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण किया गया था। अगर हमारी मांग को पूरा नहीं किया जाता है और काम जल्द से जल्द चालू नहीं किया जाता है तो ग्रामीणों के साथ मिलकर 7 दिवस के के बाद जल सत्याग्रह करने के लिए बाध्य होंगे। वही ग्रामीणों का भी कहना था कि हमारी फसल नदी के उस पार खड़ी हुई है। आने जाने का रुकने के कारण हमें लाखों रुपए की फसलों का नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। अनेक ग्रामीणों द्वारा इस बात को कहा गया। इस अवसर पर लल्ला यादव, बल्ली यादव, प्रवीण यादव , शुभम, जगदीश यादव, श्रीराम, राजकुमार, चाइना, अमन, धन सिंह यादव, करण सिंह यादव, चंदू , इनु आदि ग्रामीण उपस्थित रहे।