प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/ जगदीश मंदिर धर्मशाला में चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस में आज पं. तरुण तिवारी ने भगवान श्री बालकृष्ण के जन्मोत्सव की कथा श्रोताओं को श्रवण करायी। कथा में कहा कि जब जब भी अधर्म बढ़ता है, पृथ्वी पर अत्याचार होता है तब तब भगवान विविध रूपों में इस धराधाम पर अवतार लेते हे और पृथ्वी का भार उतारते हैं। आज भागवत कथा के चतुर्थ दिवस प्रहलाद चरित्र के माध्यम से बताया कि भगवान का भजन बचपन से ही करना चाहिए भजन की कोई उम्र नहीं होती। आगे गजग्राह की कथा सुनाते हुए कहा कि अभीमान किसी का नहीं रहता जब तक जीवन में सरलता नही आयेगी तब तक भगवान बहुत दूर है। भगवान जब भी मिले है सरलता से मिलें है। परन्तु सरल होना बहुत कठिन है। आगे कथा प्रशंग में समुद्र मंथन की कथा सुनाई जिसमें से १४ रत्न निकले, वामन अवतार, मत्स अवतार, श्री राम अवतार एवं श्री कृष्ण अवतार तक की कथा का श्रवण कराया सभी ने बडे धूमधाम से कृष्ण जन्मोत्सव मनाया एवम बधाई गाई। धार्मिक महिला मंडल के सदस्य गोपियॉं का तरह सोलह श्रॉंगार कर केसारिया वस्त्र पहन कर आई ओर किशन जन्म पर बहुत नृ्त्य किये। श्री कृ्ष्ण वासुदेव नंद यशौदा की मन मोहक झॉंकी सजी एंव बावन अवतार के दर्शन हुये कल भगवान श्री बालकृष्ण की बाल लीलाओं की कथा होगी एवं गोवर्धन पूजन के साथ छप्पन भोग लगाए जाएंगे कथा का समय 1 से 5 बजे तक होगा। धार्मिक महिला मंडल ने सभी नगर वासियों से आग्रह किया की श्री कथा में सामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करें।