रिपोर्टर प्रदीप गुप्ता
नर्मदांचल के मौसम में लगातार परिर्वतन का दौर बना हुआ है। जिले में पिछले दो दिनों से वर्षा का दौर जारी है। वहीं मौसम विभाग ने वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। तवा के केचमेंट क्षेत्र में हो रही वर्षा के चलते डैम के 9 गेट सात फीट तक खोल दिए गए हैं। जिसके चलते नर्मदा व तवा नदी का जलस्तर भी बढ़ने की संभावना बनी हुई है। मंगलवार को सेठानीघाट पर नर्मदा का जलस्तर 939.70 फीट पर पहुंच गया। दो दिन पहले तक यह जलस्तर 937 फीट पर था। मौसम विभाग का अनुमान है कि वर्षा के कारण जलस्तर में और बढ़ोत्तरी होगी। वर्षा की स्थिति को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट पर है। निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति न बने, इसके लिए प्रशासनिक अमले को नजर बनाए रखने के लिए कहा गया है।
पचमढ़ी में हुई सबसे जयादा वर्षाः जिले में सबसे ज्यादा वर्षा हिल स्टेशन पचमढ़ी में हुई है। 1 जून से लेकर 13 सितंबर तक पचमढ़ी में 2193.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जो कि पूरे जिले में सबसे ज्यादा है। नर्मदापुरम मुख्यालय पर 1498.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले की सामान्य औसत वर्षा 1599 मिमी है। पूरे जिले में कुल वर्षा 14390.7 किमी वर्षा हुई है। जबकि पिछले वर्ष 7984.2 मिमी वर्षा हुई थी।
भारी वर्षा की चेतावनी जारी
मौसम विभाग की ओर से भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। विभाग की ओर से दैनिक वर्षा विवरण जारी की गई है जिसमें नर्मदापुरम को रेड जोन में रखा गया है। इसके अलावा सीहोर, रायसेन, नरसिंगपुर, जबलपुर, सिवनी, मंडला व दमोह में भी भारी वर्षा होने की संभावना है। 24 घंटे के भीतर मौसम बदल भी सकता है। सेटेलाइन इमेज में भी आधे प्रदेश में बादल छाए हुए नजर आ रहे हैं।
तवा व बरगी डैम के गेट खोले
मंगलवार शाम पांच बजे बरगी डैम के 11 गेट 1.22 मीटर तक खोल दिए गए हैं। वहीं तवा डैम के 9 गेट आधा मीटर तक खोल दिए गए हैं जिसमें से 3107 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। तवा व बरगी डैम के गेट खोले जाने के कारण नर्मदा व तवा नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। नदियों के किनारे के इलााके के इलाके में जल जमाव का भी खतरा मंडरा रहा है। जिसके कारण निचले इलाकों में मुनादी करा दी गई है। साथ ही प्रशासनिक अमला भी लगातार दौरा कर रहा है।
बाढ़ कंट्रोल रूम को सक्रिय किया
जिले में हो रही वर्षा को देखते हुए बाढ़ कंट्रोल रूम को फिर से सक्रिय कर दिया गया है। कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो पल-पल की जानकारी सभी जगहों से ले रहे हैं। बाढ़ आपदा ग्रुप में इस जानकारी को शेयर भी किया जा रहा है।
होमगार्ड जवान व आपदा मित्र भी अलर्ट
वर्षा के दौरान बाढ़ की स्थिति ना बने इसके लिए होमगार्ड जवानों को भी नर्मदा घाट पर तैनात किया गया है। सेठानीघाट पर दस जवानों को ड्यूटी पर लगाया गया है। होमगार्ड जवान भी लगातार घाटों का दौरा कर रहे हैं। पिछले एक माह में चार बार नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच चुका है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अघार