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*पेंच एरिया बफर जोन में पहली बार वन पट्टाधारियों को मिला खेत तालाब और कपिलधारा कूप का लाभ*
छिन्दवाड़ा/ 01 मई 2025/ कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अग्रिम कुमार के निर्देशन में जिले के वन अधिकार पट्टाधारियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने और गरीबी में रहकर जीवन यापन करने वाले इन ग्रामीणों के सिंचाई के रकबे को बढ़ाकर कृषि उत्पादकता में वृद्धि के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत एक नई पहल की गई है। इस पहल के तहत वन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत आने वाले हितग्राहियों और अत्यंत जरूरतमंद किसानों को खेत तालाब और कपिलधारा कूपों का लाभ प्राथमिकता के आधार पर दिया गया है। अभी तक 252 वन पट्टाधारी हितग्राहियों को खेत तालाब और 298 वन पट्टाधारी हितग्राहियों को कपिलधारा कूपों से लाभान्वित किया जा चुका है। इस तरह अभी तक कुल मिलाकर 550 वन अधिकार पट्टाधारी इस योजना से लाभांवित हो चुके हैं।
इस नई पहल का एक प्रेरणादायक उदाहरण जनपद पंचायत चौरई के अंतर्गत पेंच टाइगर रिज़र्व के बफर जोन में स्थित ग्राम पंचायत जमतरा में सामने आया है। यहां स्वतंत्र भारत में पहली बार वन अधिकार पट्टाधारियों को एक साथ 12 खेत तालाब और 5 कपिलधारा कूप स्वीकृत किए गए हैं, जिनका कार्य भी प्रारंभ हो चुका। यह नवाचार जिला प्रशासन की दूरदर्शिता और समर्पित प्रयासों का प्रमाण है।
इस अभूतपूर्व पहल से लाभांवित सभी किसान अत्यंत प्रसन्न हैं। उनके चेहरों पर आई मुस्कान यह दर्शाती है कि अब उन्हें सिंचाई जल की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा। खेत तालाबों ने वन पट्टाधारी किसानों के जीवन में एक नया मोड़ लाया है। अब किसान बरसात के पानी को संग्रहित कर सिंचाई के लिए उपयोग में ला सकते हैं। इसके अतिरिक्त, ये तालाब मछली पालन जैसी लाभकारी गतिविधियों के लिए भी उपयुक्त हैं। इसी के साथ-साथ, कपिलधारा कूपों के निर्माण से किसानों को अतिरिक्त जल संसाधन उपलब्ध कराया जा रहा है। वन पट्टाधारी ग्रामीण इस परिवर्तन के लिए जिला कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के प्रति गहरी कृतज्ञता प्रकट कर रहे हैं।
यह कहानी केवल जल संरक्षण की नहीं, बल्कि उन किसानों की आशाओं, उम्मीदों और भविष्य के प्रति उनके नए विश्वास की है, जिनके जीवन में जल गंगा अभियान के अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा की गई यह पहल पानी का नहीं, बल्कि समृद्धि का प्रवाह लेकर आई है।
*संवाददाता शुभम सहारे छिंदवाड़ा*