मकर संक्रांति पर प्रयागराज महाकुंभ का पहला शाही स्नान है। साथ ही महाकुंभ का दूसरा दिन भी हैं।ऐसा कहा जाता है कि मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, जिससे गंगा स्नान का महत्व और बढ़ जाता है। शाही स्नान में लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
महाकुंभ के दूसरे दिन और शाही स्नान के पहले दिन की तस्वीरें आप देख सकते हैं। इतनी भीषण ठंड में नागा साधु संगम में स्नान करते हाथ में गदा लिए हुए और मस्ती में झूमते साफ नजर आ रहे हैं।
महाकुंभ से लगातार एक के बाद एक नागा साधुओं के स्नान की तस्वीरें सामने आ रही हैं। इस तस्वीर में आप देख सकते हैं, नागा साधु तलवार लेकर संगम में डुबकी के लिए निकले हैं।
महाकुंभ से लगातार एक के बाद एक नागा साधुओं के स्नान की तस्वीरें सामने आ रही हैं। इस तस्वीर में आप देख सकते हैं, नागा साधु तलवार लेकर संगम में डुबकी के लिए निकले हैं।
श्री पंचायती अखाड़ा उदासीन निर्वाण का महाकुंभ में संगम के पास सैलाब नजर आया, इन तस्वीर में देखिए… खराब मौसम में पर भक्ति का भाव भारी पड़ रहा हैं। जो इस तस्वीर में साफ नजर आ रहा हैं।
महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक समागम है, जो हर 12 साल में भारत के चार पवित्र स्थानों में से एक पर आयोजित किया जाता है। महाकुंभ में विभिन्न अखाड़ों का योगदान भी महत्वपूर्ण होता है। यह समागम विशेष रूप से धार्मिक महत्व रखता है और दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु इसमें भाग लेने के लिए आते हैं। महाकुंभ 2025, जो कि पूर्ण कुंभ है, 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। इस दौरान प्रमुख स्नान तिथियां हैं: 14 जनवरी (मकर संक्रांति – पहला शाही स्नान), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या – दूसरा शाही स्नान), 3 फरवरी (बसंत पंचमी – तीसरा शाही स्नान), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा), और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि)।