*आयुष विभाग का प्रकृति परीक्षण अभियान जारी*
हरदा 9 दिसंबर 2024,
राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर “प्रकृति परीक्षण अभियान” का शुभारंभ किया गया था। यह अभियान 25 दिसंबर तक जारी रहेगा। जिला आयुष अधिकारी डॉ अनिल वर्मा ने बताया कि प्रकृति परीक्षण आयुर्वेद की देन है। जैसे प्रत्येक व्यक्ति के फिंगरप्रिंट अलग होते है वैसे ही प्रत्येक व्यक्ति की प्रकृति अलग होती हैं। आयुर्वेद के अनुसार शरीर में तीन दोष पाए जाते है। वात, पित्त और कफ। तीनों के गुण एवं स्थान अलग है। और प्रत्येक व्यक्ति की प्रकृति इन तीनों दोषों से मिलकर बनती है। प्रकृति जानने से व्यक्ति का उसकी प्रकृति अनुसार आहार विहार निर्धारित किया जाता है। जिससे वह स्वस्थ रहता है। प्रकृति परीक्षण ऐप के माध्यम से आयुर्वेद चिकित्सक द्वारा ही किया जाना है। विभाग द्वारा स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय में छात्र छात्राओं का प्रकृति परीक्षण किया गया। जिले में आज तक 500 से अधिक लोगों का प्रकृति परीक्षण किया जा चुका है।
हरदा से श्रीराम कुशवाह की रिपोर्ट