रिपोर्टर बबलू जयसवाल
समयसीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा
निजी एवं शासकीय विद्यालयों में बच्चों के परिवहन के लिए लगे वाहनों की अनुविभागीय अधिकारी एवं आरटीओ सघनता से जाँच करें। उक्त निर्देश कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने आज समयसीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में दिये। कलेक्टर ने अनुविभागीय अधिकारियों एवं आरटीओ को निर्देश दिये कि वे जिले के थानेवार विद्यालयों के वाहन चालकों, स्कूल संचालकों की बैठके लें। इन बैठकों में विद्यालय पालक शिक्षक संघ के अध्यक्षों या प्रतिनिधियों को भी बुलाएं। जिन वाहनों का पंजीयन व्यवसायिक न होकर निजी होगा, उन्हें जप्त करें। वाहन चालकों का पुलिस वेरीफिकेशन प्राप्त करें। कलेक्टर ने वर्षा ऋतु को देखते हुए सभी सड़क निर्माण विभागों को निर्देश दिये कि वे आवागमन बाधित न हो, इसके लिए आबादी वाले क्षेत्र में सड़क निर्माण आदि का कार्य बंद रखें। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के तहत प्राप्त शिकायतों में से चयनित शिकायतों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिये कि शिकायतों को संतुष्टी के साथ बंद कराएं। कलेक्टर ने तहसीलदार एवं नगरीय निकायों को निर्देश दिये कि वे जिस भूमि पर किसान क्रेडिट कार्ड का बकाया ऋण हो उसका नामांतरण नहीं करें। लोकसेवा गांरटी योजना के तहत समयसीमा में प्रकरणों का निराकरण नहीं करने वाले अधिकारियों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। सहकारिता विभाग के अधिकारी को कलेक्टर ने निर्देश दिये कि वे प्रकरणों की जाँच करें और देखें कि किसान क्रेडिट कार्ड पर ऋण दर्ज भूमि का नामांतरण तो नहीं हुआ है। अनुविभागीय अधिकारी सभी गिट्टी-खदान संचालकों की जाँच करें और संचालकों को निर्धारित सीमा से ही गिट्टी निकालने के लिए निर्देशित करें। इस अवसर पर जनआकांक्षा के तहत प्राप्त शिकायतों की कलेक्टर ने विस्तार से समीक्षा की। कलेक्टर ने नगरपालिका सीएमओ को निर्देश दिये कि वे नदी में सीवर की ड्रेनेज लाईन छोड़ने वालों पर कार्रवाई करते हुए आर्थिक दण्ड लगाएं। पुराने एबी रोड़ को फोरलेन में तब्दील करने के शासन के निर्णय को देखते हुए कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग को विस्तृत डीपीआर बनाने के निर्देश दिये। वही नगरपालिका सीएमओ को निर्देशित किया कि वे सड़क के किनारे अतिक्रमण नहीं होने दें। नगरपालिका एवं नगर परिषदों के सीएमओ को कलेक्टर ने निर्देश दिये कि वे सड़कों पर विचरण करने वाले आवारा पशुओं को पकड़कर नजदीक की गौशालाओं में भेजें। पशु मालिकों से जुर्माना वसूल करने एवं पशुओं को बांधकर रखने की सहमति देने पर ही पशुओं को छोड़े। कलेक्टर ने जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा कि वे नगरीय क्षेत्र के पशुओं को रखने के लिए हाल ही में नई स्वीकृत गौशालाओं का संचालन नगरीय निकायों को दे सकते हैं। सिविल सर्जन को कलेक्टर ने निर्देश दिये कि वे आयुष्मान योजना के तहत स्वास्थ्य कर्मियों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का वितरण कराएं। साथ ही जिन मरीजो के आयुष्मान कार्ड बने हैं, उनका उपचार भी आयुष्मान कार्ड के माध्यम से करें। कलेक्टर ने सभी विभागों को निर्देश दिये कि वे अपनी-अपनी संपत्तियों का नामांतरण अनिवार्य रूप से कराएं।
इस अवसर पर ग्रामीण सड़क योजना, शिक्षा, सीसीबी, नगरपरिषद, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी एवं ग्रामीण, संजीवनी क्लिनिक निर्माण, मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी, जल गंगा संवर्धन अभियान के कार्यों की भी विस्तार से समीक्षा की गई।
इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी शुजालपुर श्रीमती अर्चना कुमारी, अपर कलेक्टर श्री बीएस सोलंकी, जिला पंचायत सीईओ श्री संतोष टैगोर, अनुविभागीय अधिकारी शाजापुर सुश्री मनीषा वास्कले, संयुक्त कलेक्टर श्री सत्येन्द्र प्रसाद सिंह, डिप्टी कलेक्टर श्री राजकुमार हलदर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।