प्रदेश की राजनीति में गाय हमेशा चर्चा में रही है. सभी राजनैतिक पार्टियों ने चुनावी दौर में गाय को लेकर खूब घोषणाएं की जाती है , लेकिन चुनाव के बाद दोनों ही दलों की प्राथमिकता से गाय गायब हो जाती है । और आज गाय की हालात बद से बदतर होती जा रही है ।जिसकी वजह से प्रदेश में गौशालाओं की हालत बहुत नाजुक है.। संबंधित अधिकारी भी जांच के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूर्ति कर लेते है।
देखा गया गया कि कटनी जिले की रीठी तहसील की धनिया ग्राम पंचायत में स्थित 2019/20 बनी ब्रजधाम गौशाला में गौवंशों की हालत बहुत ही बत्तर है । जबकि
गौशाला में प्रतिदिन प्रति नग के हिसाब से राशि आने के बावजूद भी गौवंशो को चारा के नाम पर सिर्फ भूसा ही दिया जाता है,l और न ही मवेशियों को चरने फिरने को मिलता यानेकि पूरी तरह से गौशाला में मवेशी कैद रहते हैं । एवम उन्हें बाहर की ताजा हवा नहीं मिल पाती और वह बीमार भी हो रहे हैं । उनके इलाज के लिए भी कोई व्यवस्था गौशाला मैं नहीं है ।जबकि शासन द्वारा इलाज हेतु पशु चिकित्सा एंबुलेंस भी चलाई जा रही है,साथ ही पशु चिकित्सालय के कर्मचारियों को भी नियुक्त किया गया है । लेकिन वह भी सिर्फ नाम के लिए l
समूहो द्वारा चलाई जा रही गौशाला में बरेदी लगाकर यदि मवेशियो को जंगल व बाहर चराने के लिए भेजा जाए तो गौवंश की दुर्दशा में सुधार हो सकता है ।
हरिशंकर बेन