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कटनी – कई पीढि़यों से भारतीय खान-पान का अहम हिस्सा रहे मिलेट्स (मोटे अनज श्री अन्न) कब थाली से गायब हो गया पता ही नहीं चला। मिलेट्स की पोष्टिकता और उसके फायदों को देखते हुए फिर से उसका महत्व लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। यह बात कलेक्टर अवि प्रसाद ने बुधवार को बिजौरी मझगवां में मिलेट प्रसंस्करण यूनिट के लोकार्पण के बाद किसानों को कही।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप मे मनाया जा रहा है। मोटे अनाज वाली फसलों जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, सावा, कोदो, कुटकी आदि को मिलेट क्राप कहा जाता है। इनमें अधिक पोषक तत्व होने की वजह से इन्हे इन्हे सुपर फूड माना जाता है।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि छोटा प्रयास किया जाकर मिलेट प्रसंस्करण यूनिट जो आज आप लोगों को समर्पित की गई है इससे मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों के साथ- साथ महिला स्वसहायता समूहों को भी लाभ मिलेगा। प्रसंस्करण यूनिट गांव में ही स्थापित हो जाने से अब किसानों को कहीं जाना भी नहीं पडेगा। इस दौरान कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित जनों के साथ मिलकर प्रसंस्करण यूनिट का निरीक्षण कर मिलेट्स की दराई प्रक्रिया का अवलोकन भी किया।
एक हजार किसानों का लक्ष्य निर्धारित
परियोजना संचालक आत्मा रजनी चौहान ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष (2023) का उद्देश्य बदलती हुई जलवायु की परिस्थितियों में मोटे अनाज के पोषण और स्वास्थ्य लाभ एवं खेती के लिए उपयुक्तता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष (2023) के अंतर्गत जिले में मिलेट फसलों के प्रसंस्कृत उत्पादों को जनसमुदाय तक पहुचाने एवं मिलेट फसलो को प्रसंस्कृत कर कृषको को सीधे बाजार से जोड़ने के उददेश्य से कलेक्टर अवि प्रसाद के मार्गदर्शन से आत्मा योजना के माध्यम से नवाचार कर जिले में गठित लाईव एफ.पी.ओ (कृषक उत्पादक संगठन) के माध्यम से कोदो, कुटकी, रागी के प्रसंस्करण हेतु प्रथम मिलेट प्रसंस्करण ईकाई की स्थापना ग्राम बिजौरी (मझगवा) विकासखंड बडवारा में की गई। इस हेतु एक हजार कृषकों का लक्ष्य निर्धारित किया गया गया। इस अवसर पर आत्मा योजनांतर्गत मिलेट संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
मिलेट से मिलेगी कटनी को नई पहचान – सचिव निर्भय सिंह
लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मानव जीवन विकास समिति के सचिव श्री निर्भय सिंह ने अपने उद्बोधन मे कहा कि कलेक्टर अवि प्रसाद के सहयोग से मझगवां ग्राम में जो प्रसंस्करण यूनिट स्थापित की गई है उससे क्षेत्रीय किसानों को अपने उत्पादों का प्रसंस्करण करने की सुविधा मिलेगी और वे अपने उत्पादों का बाजार में उचित मूल्य पर विक्रय भी कर सकेगें इससे कटनी को एक नई पहचान मिलेगी।
सरई सगौना, राना 80 साल न हो पुराना – सदासिंह
मझगवां में मिलेट प्रसंस्करण यूनिट के लोकार्पण के दौरान तहसील बहोरीबंद ग्राम पंचायत पहरूआ निवासी सदासिंह 40 वर्ष पुरानी 20 किलो कोदो लेकर पहुंचे जिसकी दराई की जाकर चावल निकाला गया। उन्होने कहावत सुनाकर बताया कि लकडी मे सरई सगौन और अन्न में राना मतलब कोदो 80 साल तक पुराना नहीं होता। कोदो के फायदों के संबंध में बताया कि इसको खाने से शुगर की बीमारी नहीं होनें के साथ ही शीत एवं जुखाम की समस्या भी नहीं रहती है।
उक्त कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधायक धु्रव प्रताप सिंह, मानव जीवन विकास समिति के सचिव निर्भय सिंह, अध्यक्ष बद्री नारायण सेन, सुश्री रजनी चौहान परियोजना संचालक आत्मा, पूनम गर्ग उपपरियोजना संचालक आत्मा, कु. हर्षा सिंह बी.टी.एम. अतुल सिंह बी. टी. एम., राजवेन्द्र बागरी बी.टी.एम. प्रवीण पाठक ए.टी. एम., प्रीति झारिया ए.टी.एम. आरती शर्मा ए.टी.एम. जनपद पंचायत बड़वारा सी.ई.ओ. के.के.पाण्डेय, तहसीलदार सुनीता मिश्रा, विकास जैन मैनेजर नावार्ड, डॉ. आर.पी.बेन कृषि वैज्ञानिक डॉ. द्विवेदी कृषि वैज्ञानिक, एफ.पी.ओ. संचालक निर्मय सिंह एवं एफ.पी.ओ. के सदस्य साथ ही विभिन्न विकासखंडों के मिलेट उत्पादक प्रगतिशील कृषक एवं महिलाएं कार्यक्रम में उपस्थित रहीं ।